टिहरी- कुल्पी ग्राम पंचायत में प्रधान का मामला पहुंचा कोर्ट..
नरेंद्र नगर। विकासखंड चंबा की पट्टी धारअक्रिया की ग्रामपंचायत कुल्पी के प्रधान पद के चुनाव का मामला कोर्ट पहुंचने से बेहद पेचीदा हो चला है। कुल्पी ग्राम पंचायत में प्रधान पद के लिए पिंकी देवी, लक्ष्मी देवी व संगीता सहित 3 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जिसमें से लक्ष्मी और संगीता दोनों कुंवारी लड़की है दोनों चुनाव मैदान में उतरी और लेकिन मामला तब रौचक बन गया जब दोनों को गाव वालों ने बराबर वोट दिए, और अब मामला जनता की अदालत से कोर्ट की दहलीज तक पहुच चुका है।
विगत 21 अक्टूबर को विकासखंड मुख्यालय चंबा में हुई मतगणना में पिंकी देवी को 88 तथा लक्ष्मी और संगीता को 95-95 बराबर मत प्राप्त हुए। लक्ष्मी पुत्री रणवीर सिंह जो प्रधान पद की प्रत्याशी थी का कहना है कि संगीता और उसको बराबर मत पड़ने पर उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर से पुनः मतगणना का आवेदन किया मगर उनकी बात को अनसुना कर परिणाम को जबरदस्ती टाई घोषित किया गया और संगीता को विजय घोषित किया गया, इतना ही नहीं लक्ष्मी का कहना है कि प्रधान पद की उम्मीदवार और उनकी प्रतिद्वंदी संगीता पुत्री उमेद सिंह की उम्र वोटर लिस्ट में एवं आधार कार्ड में 4 मई 1999 अंकित है, जबकि संगीता का अध्ययनरत राजकीय इंटर कॉलेज केसरधार (नैचोली) के अभिलेखों में भी 4 मई 1999 दर्ज है, इस जन्मतिथि के आधार पर वर्ष कम होने के कारण संगीता चुनाव नहीं लड़ सकती थी, संगीता चुनाव लड़ सके इसके लिए जूनियर हाई स्कूल के अंकपत्र में छेड़छाड़ करते हुए 4 मई 1998 करके 1 वर्ष उम्र बढ़ाई गई ताकि संगीता चुनाव लड़ सके ,इसकी मौखिक और लिखित शिकायत 26 सितंबर 2019 को करने के बावजूद संगीता का नामांकन कैसे स्वीकार किया गया, यह विचारणीय बिंदु है, कहा इसमें साफ षड्यंत्र की बू आती है।
लक्ष्मी ने अपने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि संगीता ने जन्म संबंधी फर्जी प्रमाण संलगन कर चुनाव लड़ा है। लक्ष्मी ने मतगणना में भी भारी हेराफेरी का आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें नियमानुसार 107 मत मिले हैं जो कि सिर्फ 95 ही दर्ज किए गए ऐसे में उन्हें न्याय का दरवाजा खटखटाने के लिए श्रीमान परगना मजिस्ट्रेट विहित प्राधिकारी नरेंद्र नगर के न्यायालय में वाद दायर करने को बाध्य होना पड़ा है। लक्ष्मी देवी ने पुनः मत पत्रों की गिनती करवाने तथा संगीता की जन्मतिथि की जांच करने की गुहार अब न्यायालय में लगाई है। न्याय पाने के लिए कोर्ट की तरफ लक्ष्मी का रुख करने से मामला काफी पेचीदा होता नजर आ रहा है। और क्षेत्र में इसकी चर्चा जोरों पर है।