गरीब हो चुके पूर्व सीएम हरीश रावत! मांग रहे हैं लोगों से अब चंदा...
उत्तराखंड की सियासत में भूचाल ला देने वाले 2016 के विधायकों की खरीद फ़रोख़्त मामले में मुकदमा लड़ने के लिए कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पैसे का कंगाली झेलनी पड़ गया है। ऐसा हम नही बल्कि स्वयं हरीश रावत अपने फेसबुक पेज से संदेश दे रहे हैं फेसबुक पोस्ट से हरीश रावत ने दो ऐसे संदेश भेजे हैं कि उसे पढ़कर तो यही लगता है।
आपको बतादें कि हाल ही में हरीश रावत पर सीबीआई ने 2016 में विधायक ख़रीद-फ़रोख़्त स्टिंग के आधार पर FIR दर्ज कर ली है, उनके साथ उनकी सरकार में और अब बीजेपी सरकार में भी कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, स्टिंग करने वाले पूर्व टीवी पत्रकार उमेश कुमार शर्मा पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसके मुकदमा लड़ने के दौरान हरीश रावत अपने को गरीब साबित कर रहे हैं।
बड़ी बात ये है कि हरीश रावत के गरीब होने की बात किसी के भी गले नही उतर रही है, क्योंकि विधानसभा चुनाव के समय दाखिल एफिडेविट के अनुसार हरीश रावत और उनकी पत्नी की संपत्ति करीब 5 करोड़ रुपये से कुछ ज़्यादा उन्होंने खुद दर्शायी है ऐसे में इतनी जल्दी कैसे पैसे की तंगी आ गयी, ख़ैर बीजेपी नेता तो इसकी मजाक बना ही रहे हैं लेकिन अब कांग्रेस नेता भी दोराय पर खड़े नजर आ रहे हैं, पूर्व पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय ने जहां हरीश रावत के फेसबुक पोस्ट के बाद खुद को भी गरीब मानते हुए हरीश रावत को मुकदमा लड़ने के लिए डेढ़ लाख रुपये देने का आफर दिया हैं, वही नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने हरीश व किशोर दोनो को पैसे के मामले सार्वजनिक न करने की नसियत दे डाली है।


