अंगीठी की गैस से दम घुटने के कारण रूद्रप्रयाग में मां-बेटी की मौत


अंगीठी की गैस से दम घुटने के कारण रूद्रप्रयाग में मां-बेटी की मौत

अंगीठी की गैस से दम घुटने के कारण रूद्रप्रयाग में मां-बेटी की मौत
अंगीठी की गैस से दम घुटने के कारण रूद्रप्रयाग में मां-बेटी की मौत

कैलाश नेगी/रुद्रप्रयाग

कमरें में अंगीठी जलाकर निश्चित होकर सो जाना इतना खतरनाक साबित हो सकता है कि इससे जान भी जा सकती है, रूद्रप्रयाग में ऐसा ही कुछ देखने को मिला है, रुद्रप्रयाग के तिलवाड़ा के धारकोट मठियाणा गांव में एक महिला और तीन माह की बच्ची की दम घुटने से मौत हो गई। बताया गया कि बुधवार की रात अंगीठी की गैस से दम घुटने के कारण मां-बेटी की मौत हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया।




गांव में हनुमंत सिंह की पत्नी सुमन 24 वर्ष और तीन माह की बेटी व हनुंमत की मां घर में रहते थे। हनुमंत सिंह दिल्ली में नौकरी करता है। कल रात को सुमन ने अपने कमरे को गर्म रखने के लिए अंगीठी कमरे में रखी और सो गई। सुबह देर से जब नहीं उठी तो सास ने दरवाजा खटखटाया। किसी का जवाब न मिलने पर उन्होंने लोगों को बुलाया दरवाजा खोला तो बिस्तर के अंदर मां-बेटी अचेत अवस्था में पड़ी थी। उनकी मृत्यु हो गई थी। घटना की पुलिस को खबर दी गई। एसआई सीमा चैहान व एसडीएम रुद्रप्रयाग मौके पर पहुंचे और शवों का पंचनामा किया।




सावधान! अंगीठी की गैस होती है खतरनाक
बंद कमरों में अंगीठी को जलाकर निश्चित होकर सो जाना बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है, जानकारी के अभाव में कई लोग बंद कमरे के भीतर अंगीठी जला सोने से भी गुरेज नहीं करते। डाक्टरों के अनुसार बंद कमरे में अंगीठी का प्रयोग खतरे से खाली नहीं है। इससे निकलने वाली जहरीली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बेहोशी की स्थिति पैदा कर सकती है। इसकी अधिकता से कॉन्सेस लेवल कम होने से जान भी जा सकती है। बीते कुछ वर्षों में प्रदेश में इससे हुई मौत के भी कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं।

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