नरेन्द्रनगर- तीन महीनों से बारातघर में चल रहा गुरु राम राय पब्लिक स्कूल! ऐसे में कैसे पढ़ेंगे बच्चे...


नरेन्द्रनगर- तीन महीनों से बारातघर में चल रहा गुरु राम राय पब्लिक स्कूल! ऐसे में कैसे पढ़ेंगे बच्चे 

वाचस्पति रयाल/नरेंद्र नगर।

नरेंद्र नगर। नगर की जानी-मानी शिक्षण संस्था श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल पिछले 3 महीनों से यहां बारात घर के हॉल में चल रहा है। विद्यालय में एलकेजी से लेकर हाईस्कूल तक की कक्षाएं संचालित हैं, विद्यालय में फिलवक्त 280 छात्र संख्या है, जो नगर में स्थित दो इंटर कॉलेजों और माउंट कार्मेल जैसे विद्यालयों की छात्र संख्या के मुकाबले कहीं अधिक है। इसमें कोई शक नहीं कि अनुशासन और छात्र संख्या के मामले में यह विद्यालय नगर के अन्य विद्यालयों के मुकाबले अब्बल दर्जे का है।



जर्जर हुए विद्यालय भवन की दुर्दशा को देखते हुए शिक्षा विभाग ने लोक निर्माण विभाग से इसका निरीक्षण करवाया था कि विद्यालय भवन पठन-पाठन की दृष्टि से उपयुक्त है अथवा नहीं, रिपोर्ट के मुताबिक लोक निर्माण विभाग ने इस जर्जर भवन को पठन-पाठन के लिए दुर्घटना की आशंका को देखते हुए अनुपयोगी करार दिया। बहुत पुराने और जर्जर हुए विद्यालय भवन की इसी रिपोर्ट को देखते हुए शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने विगत 3 माह पूर्व विद्यालय प्रशासन को इस जर्जर विद्यालय भवन पर पठन-पाठन के लिए रोक लगाते हुए हैं ताला लगाने के आदेश दिए, जिसका पालन करते हुए विद्यालय प्रशासन ने 3 माह पूर्व विद्यालय पर ताला जड़ दिया।
टिहरी रियासत के नरेश नरेंद्र शाह ने वर्ष 1919 से 1924 तक नरेंद्र नगर शहर का निर्माण कराया था, यह विद्यालय भवन भी उसी दौरान बनाया गया था। पिछले 40 वर्षों से इस भवन पर श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल चलाया जा रहा है। जर्जर विद्यालय भवन पर पठन-पाठन के दौरान कोई दुर्घटना न घट जाए यह देखते हुए शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने पठन-पाठन व्यवस्था तो जरूर जीर्ण शीर्ण पुराने भवन पर रुकवा दी, मगर बच्चों का पठन-पाठन निर्बाध गति से चलता रहे इसके लिए अभी ठोस प्रयास नहीं किए गए हैं।विगत 3 महीनों से विद्यालय भवन पर ताला जड़ा हुआ है।



बच्चों के प्रति चिंतित अभिभावकों ने प्रधानाचार्य का किया घेराव।
फोटो- बच्चों के प्रति चिंतित अभिभावकों ने प्रधानाचार्य का किया घेराव। 
बच्चों के पठन-पाठन के लिए विद्यालय प्रशासन ने नगर पालिका परिषद से गुहार लगाई तो फौरी तौर पर नगर पालिका प्रशासन ने पठन-पाठन हेतु बारात घर उपलब्ध करवाया है। बारात घर में एक बड़ा हाल है जिसमें 4 कक्षाएं चलाई जा रही हैं, बगल में एक कमरा है जिसमें 2 कक्षाएं चलाई जा रही हैं। 1 हॉल में चार-चार कक्षाएं, एक कमरे में दो-दो कक्षाओं को चलाना विद्यालय प्रशासन की बड़ी मजबूरी है। इस तरह की अव्यवस्थाओं में बच्चों के पठन-पाठन पर कुप्रभाव पढ़े बिना नहीं रह सकता।
इससे एक ओर जहां बच्चों के पठन-पाठन पर कुप्रभाव पड़ रहा है और उनका व्यवधान हो रहा है वहीं दूसरी ओर विद्यालय भवन नव निर्माण करने की दिशा में पालिका और श्री गुरु राम राय संस्थान के बीच कोई खास समझौता अभी तक ना हो पाने के कारण अभिभावकों के माथे पर अपने बच्चों की भविष्य को लेकर चिंता की लकीरें खिंच जाना एक स्वाभाविक सी बात है। विद्यालय प्रशासन और अभिभावक अब इस इंतजार में हैं कि नगर पालिका परिषद नरेंद्र नगर और श्री गुरु राम राय संस्थान तथा क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश के कृषि मंत्री के बीच विद्यालय नव निर्माण करने के संबंध में अंतिम समझौता यदि बहुत जल्द नहीं होता तो अभिभावक अपने बच्चों को अन्यत्र ले जाने के लिए मजबूर होंगे, क्योंकि विद्यालय जिस जर्जर भवन पर चल रहा है वह जमीन और भवन नगरपालिका के अधीन है, और विद्यालय प्रतिमाह पालिका को भवन का किराया अदा करता है।



ऐसी परिस्थितियां जो बच्चों की पठन-पाठन के लिए विगत कई महीनों से सार्थक व अनुकूल हल न निकल रहा हो ,आखिर  अभिभावक कब तक इंतजार करते रहेंगे। 
नगर के बुद्धिजीवियों और अभिभावकों का कहना है कि ऐसे खामियां पूर्ण अव्यवस्थाओं में बच्चों का भविष्य कैसे संवरेगा? यही प्रश्न अभिभावकों के जेहन में बार-बार कौंध रहा है। देखना है कि बच्चों की पठन-पाठन को पटरी पर लाने के लिए नगर पालिका परिषद नरेंद्र नगर और श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल संस्थान तथा क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल किस तरह की रणनीति और योजना अमल में लाते हैं। वही अभिभावकों ने जब प्रधानाचार्य का घेराव किया तो इस मौके पर अभिभावक गण अखिल भारतीय पंचायत विकास संगठन के प्रदेश प्रवक्ता वाचस्पति रयाल, श्रीमती उषा कैतुुरा, श्रीमती दिगम्बरी देवी, धर्मेंद्र सिंह रावत, सभासद मनवीर सिंह नेगी, पूर्व सभासद जयपाल सिंह नेगी, सुंदर सिंह रावत आदि मौजूद रहे। 

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