रायवाला- पंचायत की जमीन पर कब्जे के खिलाफ सड़कों पर कैंडल मार्च पर उतरे ग्रामीण..
![]() |
फोटो -पंचायती भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के खिलाफ कैंडिल मार्च निकालते ग्रामीण। |
महेश पंवार/रायवाला।
ग्राम सभा की भूमि पर अतिक्रमण के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने एकजुट होकर योजनाबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू कर दिया है। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण बिरला फार्म चैक पर एकत्र हुए और उन्होने प्रशासन को चेताने के लिए कैडिल मार्च निकाला। मामला ग्राम सभा हरिपुरकलां का है। यहां हरिपुरकलां में ग्राम समाज की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर रोक लगाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था।
प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही न किए जाने के बाद मंगलवार को ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान सविता शर्मा और सतेंद्र धमांदा के नेत्त्व में कैंडल मार्च निकाला। इससे पूर्व वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ग्राम पंचायत की 29 बीघा भूमि खुर्द-बुर्द की जा रही है। उनका कहना था कि किसी भी सूरत में पंचायती भूमि पर अतिक्रमण नही होने दिया जाएगा। ग्रामीणों का आरोप था कि इस खेल में पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका भी संदिग्ध दिखायी दे रही है। भूमि पर स्टे होने के बाद भी अतिक्रमण किया जा रहा है और तहसील प्रशासन मौन बैठा हुआ है। पूर्व प्रधान सविता शर्मा ने बताया कि उक्त भूमि, हॉस्पिटल, पुलिस चैकी व आवास, मिनी स्टेडियम तथा आंगनबाड़ी केंद्र के लिए पहले से प्रस्तावित है। आरोप है कि एक संस्था द्वारा कूट रचना के जरिए भूमि को कब्जा कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इस दौरान ओक्रोशित ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान पूर्व ग्राम प्रधान सविता शर्मा, सतेंद्र धमान्दा, प्रेमलाल शर्मा, विक्रांत भारद्वाज, रोहित लखेड़ा, पुष्पा देवी, रमा रावत, नीलम पंवार, मुकेश मनोडी, दीप चन्द कुकरेती, राजेश लखेड़ा, मोहित लखेड़ा, सुरेंद्र दत्त सेमवाल, गोकुल डबराल, अनुज रावत आदि रहे।