हरीश रावत का ऐलान! सत्र देहरादून मे शुरू होने के साथ ही गैरसैंण में बैठूंगा धरने पर..
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हरीश रावत |
पूर्व सीएम हरीश रावत के दोनों हाथों में लड्डू लेकर घूम रहे हैं, सरकार के एक फैसले ने हरीश रावत को बड़ा मौका दिया है, एक और हरीश रावत गैरसैंण में विधायकों को ठण्ड लगने के कारण देहरादून में सत्र करवाने के सरकार के ऐलान को लेकर मुद्दा उठा रहे हैं वही दूसरी और ऐसे मौके पर खुद गैरसैण में सत्र शुरू होते ही धरने पर बैठने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसे में हरीश रावत जहां सरकार को गैरसैण विरोधी सिद्ध कर रहे हैं वही अपने को गैरसैंण का सबसे बड़ा हिसैसी बता रहे है।
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फोटो- फेसबुक पर हरश रावत का बयान |
हरीश रावत ने फेसबुक पर ऐलान किया है कि वह देहरादून में सत्र शुरू होते ही गैरसैंण में धरने पर बैठेंग, फेसबुक पेज पर अपना बयान जारी करते हुए हरीश रावत ने कहा कि "सरकार कहती है कि हमारे विधायकों को गैरसैंण में ठण्ड लग जाती है, तो मैंने तय किया है कि, नहीं गैरसैंण में ठण्ड नहीं लगती है, गैरसैंण हमारी आत्मा और भावनाओं में गर्माहट पैदा करता है, यह सिद्ध करने के लिये, मैं 4 दिसम्बर को, जिस समय देहरादून में विधानसभा सत्र प्रारम्भ हो रहा होगा, मैं उपवास पर बैठूंगा, यह सांकेतिक उपवास है। एक 72 साल का वृद्ध, यह जताने के लिये गैरसैंण में उपवास पर बैठ रहा है, नहीं यह वही गैरसैंण है, यह वही राज्य आन्दोलन की भावना का प्रतीक है, जिस प्रतीक ने हमारे अन्दर इतनी गर्माहट पैदा की कि, हमने देश का दिल पिघला दिया, भारत सरकार को पिघला दिया और उत्तराखण्ड राज्य अस्तित्व में आया। इसलिये, ‘‘जै गैरसैंण’’ के नारे के साथ, मैं 4दिसम्बर को प्रातः 11 बजे, गैरसैंण में ‘‘सांकेतिक उपवास’’ पर बैठूंगा"