मानव की अनवरत यात्रा की विकसित सोच ही विज्ञान है-सेमवाल


मानव की अनवरत यात्रा की विकसित सोच ही विज्ञान है-सेमवाल

वाचस्पति रयाल/नरेन्द्रनगर। 

नरेंद्र नगर। यहां स्थित पालिका विकास भवन में 3 दिनों तक चलने वाली जिला विज्ञान महोत्सव 2019 का उद्घाटन जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल ने सरस्वती के चित्र के अनावरण के साथ दीप प्रज्वलित कर किया। प्रतियोगिता में जिले के लगभग 300 छात्र-छात्राएं हिस्सा ले रहे हैं। 22 से 24 अक्टूबर  3 दिनों तक चलने वाली जिला विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ करते हुए जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल ने विज्ञान  महोत्सव प्रदर्शनी में आए प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि क्रमबद्ध ज्ञान का नाम ही विज्ञान है।



विज्ञान के विषय में कहते हुए उन्होंने कहा कि विज्ञान और टेक्नोलॉजी मानव जीवन की 5 करोड़ वर्ष की अनवरत यात्रा में आने वाली कठिनाइयांध् विषम परिस्थितियां और मानव के उससे लड़ने की क्षमताओं का प्रतिफल ही आज विज्ञान और टेक्नोलॉजी है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेवन का कहना था की विज्ञान व्यक्ति के वश में होना चाहिए मगर व्यक्ति विज्ञान के बस में नहीं होना चाहिए ऊंचाइयों को छूने और जीने का असली सार यही है।
उन्होंने आइंस्टीन फैराडे सहित कई अन्य वैज्ञानिकों के नाम गिनवाते हुए कहा कि कम पढ़े-लिखे होने के  बावजूद आज वैज्ञानिक खोजें उनके नाम हैं और वे  विश्व के इतिहास और वैज्ञानिक क्षेत्र में अपने को अमर कर गए। उन्होंने बच्चों से कहा किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने की ललक और उत्कंठा होनी अनिवार्य है। उन्होंने बच्चों को शुभकामनाएं दी कि उनका प्रयास उन्हें मंजिल तक पहुंचाएगा।



उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला विज्ञान समन्वयक अलख नारायण दुबे ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त करते हुए जिले की विद्यालयों से आए छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिताओं में सफल होने की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुदर्शन बिष्ट ने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं से कहा कि जिले की  विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए एक जगह पर जब कोई भी प्रतियोगिता आयोजित होती है तो उन्हें एक दूसरे से सीखने का मौका मिलता है और आगे बढ़ने की राह प्रशस्त होती है।
जिला स्तरीय विज्ञान महोत्सव  के अंतर्गत विज्ञान क्विज विज्ञान प्रदर्शनी विज्ञान मेला व विज्ञान ड्रामा से जिला स्तर की इस प्रतियोगिता में क्रमशः 4, 24, 6, 8 कुल मिलाकर प्रदेश स्तर के लिए 42 छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा। छात्र-छात्राओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रश्न पूछे जाएंगे जिसमें उत्तर देने के लिए भी निर्धारित समय है। प्रश्न 4 राउंडस विजुअल, औब्जैक्टिव,रैपिड व बजर  विधियों से प्रोजेक्टर के माध्यम से पूछे जाएंगे।



निर्णायक राकेश भट्ट व जय कृष्ण पैन्यूली होंगे। इस मौके पर डॉक्टर रामगोपाल गंगवार, रामाश्रय सिंह, लक्ष्मण सिंह रावत, विजय मोहन गैरोला, भारत प्रकाश, बौबी श्रीयाल, मनोज बहुगुणा,पारवती बेस्ट, सुषमा विष्ट, मंजू बहुगुणा व रेणु राठी आदि बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं भी मौजूद थे।

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