क्या है रूद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष पद का गणित! किसके सर सजेगा ताज! देखिए रिर्पोट...
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आ चुके हैं, ग्राम पंचायतों को तो अब अपनी सरकार मिल चुकी है लेकिन अब क्षेत्र पंचायत प्रमुख और जिला पंचायतों के अध्यक्ष के चुनाव पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं, रूद्रप्रयाग जिले में भी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में महाभारत शुरू होने वाली है, रूद्रप्रयाग में जिला पंचायत के 18 सीटें हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित हुआ है, जिले में तीन अनुसूचित जाति की महिला उम्मीदवार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर आई हैं ऐसे में इन तीनों महिलाओं में से ही किसी एक के सर जिला पंचायत अध्यक्ष का ताज सजना है। सूत्रों का कहना है कि जिला पंचायत की बजीरा सीट से जीतकर आई भाजपा समर्थित प्रत्याशी अमरदेई भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी होंगी वही जिला पंचायत की सुमाड़ी सीट से जीतकर आई कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी ज्योति देवी कांग्रेस की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी होंगी ऐसे में इन दोनों के बीच ही जिला पंचायत अध्यक्ष का मुख्य मुकाबला होगा।
पहाड़ी खबरनामा आज आपको जिले की 18 जिला पंचायत सदस्यों का अबतक के गणित बतायेगा, जिसके बाद आप आसानी से अनुमान लगा सकते हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद की लड़ाई में बीजेपी-कांग्रेस कितने गहरे पानी में हैं, सबसे पहले अधिकृत प्रत्याशियों की बात करें तो बीजेपी के कुल 5 अधिकृत प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर आए हैं, जिसमें बजीरा सीट से अमरदेई, खलियाण सीट से मंजू देवी, सौंरा जवाड़ी सीट से भारत भूषण, सतेरा सीट से भूपेन्द्र लाल और सारी सीट से सविता देवी जिला पंचायत सदस्य बनी हैं।
कांग्रेस की बात करें तो अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर 3 नेता चुनाव जीतकर आए हैं, जिसमें त्रिजुगीनारायण सीट से बबीता देवी, कालीमठ सीट से विनोद सिंह और सुमाड़ी सीट से ज्योति देवी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर आई हैं, ऐसे में जिला पंचायत की 18 सीटों में से 8 सीटें राष्ट्रीय दलों के समर्थित उम्मीदवारों ने जीती हैं जिसमें बीजेपी का पलड़ा भारी नजर आता है लेकिन असलीपर्दे के पीछे का किरदार तो बाकी बची 10 निर्दलीय जीतकर आए प्रत्याशीयों का है जो जितनी संख्या में जिसकी साईड जायेंगे वो ही जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीत पायेगा।
क्या हैं निर्दलीयों का समीकरण-
गुप्तकाशी जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीते गणेश चन्द्र तिवारी कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं, तिवारी केदारनाथ विधानसभा के यूथ कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं, ऐसे में तिवारी का कांग्रेस खेमे में जाना तय है।
स्यूर जिला जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीती रेखा देवी कांग्रेस पृष्ठभूमि की हैं रेखा देवी के पिता विरेन्द्र बुटोला रूद्रप्रयाग विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं, ऐसे में रेखा देवी का भी कांग्रेस खेमे में जाना तय है।
कण्डारा जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीते सुमन सिंह वर्तमान में यूवा कांग्रेस के केदारनाथ विधानसभा अध्यक्ष हैं ऐसे में सुमन सिंह का भी कांग्रेस खेमे में जाना तय है।
भीरी जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीते सुमंत वर्तमान में कांग्रेस के एआईसीसी के सदस्य हैं, ऐसे में सुमन सिंह का भी कांग्रेस खेमे में जाना तय है।
सिल्लाबमण गांव जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीते कुल्दीप सिंह कांग्रेस के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष रह चुके हैं, ऐसे में सुमन सिंह का भी कांग्रेस खेमे में जाना तय है।
खांकरा जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीते नरेन्द्र सिंह कांग्रेस पृष्ठभूमि से हैं, नरेन्द्र पूर्व में प्रधान भी रह चुके हैं, रूद्रप्रयाग महाविद्यालय के छात्रसघ नेताओं का भी उन्हे चुनाव में भरपूर सहयोग मिला है, ऐसे में नरेन्द्र सिंह का भी कांग्रेस खेमे में जाना तय है।
परकण्ड़ी जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीती रीना देवी कांग्रेस पृष्ठभूमि की हैं, पिछले कई समय से कांग्रेस में सक्रिय हैं, ऐसे में रीना देवी का भी कांग्रेस खेमे में जाना तय है।
रतूड़ा जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीती शीला देवी वैसे तो राजनीति से दूर हैं, लेकिन उनके पति संघ पृष्टिभूमि के है। और विद्या भारती के स्कूल में शिक्षक है, लेकिन विघायक रूद्रप्रयाग से उनका 36 का आंकड़ा है, साथ ही रूद्रप्रयाग महाविद्यालय के छात्रसघ नेताओं का भी उन्हे चुनाव में भरपूर मदद की है ऐसे में उनका बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस की तरफ ढलना तय माना जा रहा है।
कण्डाली जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीती कुसुम देवी खुद भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकती हैं या फिर पार्टीयों के समीकरण अगर कुछ बिगड़े तो रूद्रप्रयाग में मी झारखण्ड़ के मघु कौड़ा जैसी स्थिति आ गयी तो फिर उनकी खुद की किस्मत का पिटारा खुल सकता है, फिलहाल कुसुम देवी बीजेपी के ज्यादा करीब बताई जा रही हैं।
चोपता जि0प0सीट से निर्दलीय चुनाव जीती सुनीता देवी बीजेपी पृष्ठभूमि की हैं बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ उन्होने जीत दर्ज की हैं, लेकिन अब फिर उनकी बीजेपी में इन्ट्री हो सकती है, ऐसे में सुनिता देवी का भी बीजेपी खेमे में जाना तय है।
निष्कर्ष
ऐसे में इन समीकरणों के को आधार माना जाए तो अबतक के समीकरणों के हिसाब से जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आ रहा है, लेकिन बीजेपी को भी हल्के में नही लेना चाहिए, क्योकि कई ऐसे निर्दलीय प्रत्याशी भी है जो कि बीजपी की तरफ पलटी मार सकते हैं, सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की तैयारी पूरी है, अपने खेमों के निर्दलीयों को साथ मिलाने के बाद बीजेपी को मात्र 3 अन्य निर्दलीयों को अपने पाले में करना है तो कांग्रेस को केवल अपना कुनवा बचाए रखने की चुनौती है, ऐसे में देखना होगा कि जिला पंचायत अध्यक्ष की लड़ाई में आखिर कौन सिकन्दर बनकर उभरता है।
