शीतकाल के लिए बन्द हुए बाबा केदार के कपाट! देखिए एक्सक्लूसिव विडियो-
करोड़ो हिन्दुओं के आस्था के प्रतीक बाबा केदार के कपाट प्राचीन वैदिक परम्परा के मुताबिक शीतकाल के लिए बन्द हो गये हैं, बाबा केदार के कपाट बन्द होने के बाद बाबा की पंचमुखी उत्सव डोली अपने शीतकालीन पंचगदद्ी स्थल ओंमकारेश्वर मंदिर के लिए रवाना हो गयी है, आज उत्सव डोली रामपुर पहुचेगी जहां केदार महोत्सव में सांसद तीरथ सिंह रावत डोली का स्वागत करेंगे, वही कल 30 अक्टूबर को उत्सव डोली गुप्तकाशी विश्वनाथ मंदिर में पहुचेगी, और 31 अक्टूबर को अपने शीतकालीन पंचगदद्ी स्थल ओंमकारेश्वर मंदिर में पहुचेगी।
देखिए विडियो- बाबा केदार की उत्सव डोली रवाना।
भगवान शिव के परमधाम बाबा केदारनाथ के कपाट विधि विधान के साथ शीतकाल के लिये आज प्रात 8 बजकर 30 मिंनट पर भक्तों के लिए बन्द कर दिये गये हैं, बाबा केदारनाथ के कपाट बन्द होते ही बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली अपने अस्त्र शस्त्रो के साथ जंगलचट्टी, भीमबली, गरुड़चट्टी, रामबाड़ा, गौरीकुंड जैसे छोटे छोटे पड़ावों के साथ प्रथम रात्रि विश्राम के लिये रामपुर के लिए रवाना हो गयी है। बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली रामपुर आने पर सांसद तीरथ सिंह रावत, स्थानीय जनता व श्रद्धालुओ द्वारा बाबा केदार की पंचमुखी डोली का भब्य स्वागत करने के साथ पूजा अर्चना की जायेगी। बाबा केदारनाथ मन्दिर के पुजारी केदार लिंग ने बताया कि 30 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली रात्रि विश्राम के लिये गुप्तकाशी के विश्वनाथ मंदिर में पहुचेगी, जहां बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली की स्थानीय जनता, श्रद्धालुओं व पुजारियों द्वारा पूजा अर्चना की जाएगी। वही बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली 31 अक्टूबर को अपने शीतकालीन गददी स्थल ओंकारेस्वर मन्दिर ऊखीमठ में पहुँचेगी। बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली अपने शीतकालीन गददी स्थल ओंकारेश्वर में 6 महीनों के लिये विराजमान होगी बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली शीतकाल 6 महीनों तक पच गददी स्थल ओंकारेष्वर मन्दिर में पूजा अर्चना की जाएगी।
केदारनाथ धाम में कपाट बंद करने की प्रक्रिया तड़के तीन बजे शुरू हो गई थी। इस दौरान केदारनाथ के मुख्य पुजारी बी गंगाधर लिंग के नेतृत्व में वेदपाठियों ने विशेष पूजा अर्चना के साथ बाबा केदार का महाभिषेक किया। गर्भगृह की पूजा और भोग लगाने के बाद बाबा केदार की पंचमुखी मूर्ति को उत्सव डोली में विराजमान किया गया। मंत्रोच्चारण के बीच मंदिर की परिक्रमा और अन्य रस्में पूरी कर सुबह ठीक 8.30 बजे मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। सेना के बैंड की धुन पर उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर के लिए रवाना हो गई।
मुख्य पुजारी केदार लिंग सहित मंदिर समिति मुख्यकार्याधिकारी बी.डी.सिंह, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, एसडीएम वरूण अग्रवाल, एसडीएम सुधीर कुमार, सीओ दीपक सिंह, जम्मू-कश्मीर लाईट इन्फैंट्री के टूएसी कैप्टन कारज सिंह संधू, चौकी प्रभारी मंजुल रावत, लेखाकार आरसी तिवारी, मंदिर सुपरवाइजर यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला, लोकेंद्र रिवाड़ी, मनोज शुक्ला, पारेश्वर त्रिवेदी मृत्यंजय हीरेमठ, सुदीप रावत आदि मौजूद रहे।
इस दौरान जम्मू-कश्मीर लाईट इन्फैंट्री बैंड की धुनों से केदारनाथ नगरी गुंजायमान रही। जय बाबा केदारनाथ के उदघोष के साथ श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली ने प्रथम पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान किया। प्रशासनिक अधिकारी/ डोली प्रभारी युदुवीर पुष्पवान की अगुवाई में भगवान केदारनाथ जी पंचमुखी विग्रह मूर्ति विभिन्न पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
मुख्य पुजारी केदार लिंग सहित मंदिर समिति मुख्यकार्याधिकारी बी.डी.सिंह, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, एसडीएम वरूण अग्रवाल, एसडीएम सुधीर कुमार, सीओ दीपक सिंह, जम्मू-कश्मीर लाईट इन्फैंट्री के टूएसी कैप्टन कारज सिंह संधू, चौकी प्रभारी मंजुल रावत, लेखाकार आरसी तिवारी, मंदिर सुपरवाइजर यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला, लोकेंद्र रिवाड़ी, मनोज शुक्ला, पारेश्वर त्रिवेदी मृत्यंजय हीरेमठ, सुदीप रावत आदि मौजूद रहे।
इस दौरान जम्मू-कश्मीर लाईट इन्फैंट्री बैंड की धुनों से केदारनाथ नगरी गुंजायमान रही। जय बाबा केदारनाथ के उदघोष के साथ श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली ने प्रथम पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान किया। प्रशासनिक अधिकारी/ डोली प्रभारी युदुवीर पुष्पवान की अगुवाई में भगवान केदारनाथ जी पंचमुखी विग्रह मूर्ति विभिन्न पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
