दो भाई लड़े प्रधान का चुनाव! दोनों को मिले मात्र एक-एक वोट! पढिए पंचायत चुनाव का सबसे दिलचस्प मुकाबला..
पंचायत चुनाव में कई रौचक मामले खुलकर सामने आए हैं, कई ऐसी ग्राम पंचायतें भी थी जहां प्रधान प्रत्याशी को ढाई हजार से ज्यादा वोट मिले लेकिन फिर भी हार का मुह देखना पड़ा, वही कई ऐसी ग्राम पंचायत भी हैं जहां प्रधान को मात्र 21 वोट में ही जीत मिल गयी, पंचायत चुनाव का सबसे रौचक मुकाबला देहरादून जिले की चकराता विकासखण्ड के थणता ग्राम पंचायत में हुआ जहां एक ही बाप के बेटे दो भाई प्रधान का चुनाव लड़े और दोनों को केवल एक-एक वोट से ही सन्तोष करना पड़ा।
![]() |
| फोटो- निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किया गया थणता ग्राम पंचायत का परिशिष्ट-4 |
पंचायत चुनाव मुकाबले बेहद रोमांचक मुकाबले का गवाह बना देहरादून जिले की चकराता विकासखण्ड के थणता ग्राम पंचायत। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थणता ग्राम पंचायत में मात्र 25 वोट ही पड़े, थणता पंचायत से कुल छह प्रत्याशी पप्पू दास, बारू, यशपाल, राजू दास, रमेश और वीरेंद्र चुनाव मैदान में थे। इस चुनाव में कई रौचक परिणाम देखने को मिले हैं, प्रधान के प्रत्याशी रमेश का तो खाता भी नही खुल सका, यानी अपना वोट भी नही मिला यानी जीरो वोट मिले, वही प्रधान निर्वाचित हुए वीरेंद्र को भी मात्र 21 वोट मिले।
इस पंचायत चुनाव में गयरू दास के दोनों बेटे पप्पू दास और बरू दास भी प्रधान बनने के लिए चुनाव मैदान में उतरे थे, ताजुब्ब की बात यह है कि दोनों भाईयों को मात्र एक एक वोट से ही सन्तोष करना पड़ा, यानी केवल अपने वोट से ही सन्तोष करना पड़ा, परिवार के सदस्यों ने भी अपने वोट दोनों भाईयों को नही दिए, वही प्रधान प्रत्याशी यशपाल, राजू दास और रमेश दास के भी यही हाल हुए उन्हें भी एक-एक वोट यानी मात्र अपने वोट से ही सन्तोष करना पड़ा, पंचायत चुनाव का ये रंग देख ताज्जुब होना लाजमी हैै।

