निवर्तमान ग्राम प्रधान ने की जिला समाज कल्याण से शिकायत, जिला समाज कल्याण अधिकारी ने रद्द किए फार्म, बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका, सत्यापन पर भी उठे सवाल !
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| फोटो- फर्जी मोहर व हस्ताक्षर कर किया गया आवेदन की कापी। |
महेश पंवार/रायवाला।
ग्राम सभा रायवाला में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां किसी व्यक्ति ने पेंशन फार्मों पर फर्जी मोहर का इस्तेमाल किया गया है। जब मामले की जानकारी निवर्तमान ग्राम प्रधान को मिली तो उन्होने इसकी शिकायत पर जिला समाज कल्याण अधिकारी से की। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने देखते ही पांच फार्मों को तुरंत निरस्त कर दिया है। इस बात का उन्होने भी माना कि फर्जी मोहर लगाकर फार्म अग्रसारित किए गए हैं। इस मामले मंे उन्होने जांच के आदेश दे दिए गए है।

जहां पूरे देश को भ्रष्टाचार मुक्त कराने की बात कही जाती है। वहीं एक ऐसा मामला भी सामने आया है जहां कुछ पैसों के लिए कुछ लोगों ने अपना इमान तक बेच डाला है। मामला ग्राम सभा रायवाला से जुड़ा है। यहां निर्वतमान ग्राम प्रधान की शिकायत के बाद जिला समाज कल्याण अधिकारी ने ऐसे पेंशन फार्म पकड़े हैं, जिनमें ग्राम प्रधान के हस्ताक्षर और मोहर के काॅलम में ग्राम प्रधान के नाम के फर्जी हस्ताक्षर और फर्जी मोहर लगायी गयी है। गौर करने वाली बात यह है कि जिन पेंशन फार्मों में ग्राम प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर और मोहर लगी है वह राजस्व उपनिरीक्षक व तहसीलदार की टेबल से होकर गुजरे हैं। इन फार्मों को उनके द्वारा भी सत्यापित किया गया है। फर्जी हस्ताक्षर और मोहर वाले फार्म पहले समाज कल्याण विभाग के ब्लाक कार्यालय पहुंचते हैं और फिर जिला कार्यालय ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिरकार यह फार्म फर्जी हस्ताक्षर और मोहर के जिला कार्यालय तक कैसे पहुंच जाते हैं।
निर्वतमान ग्राम प्रधान राखी गिरि को जब इस बात का पता चला तो उनके पैरों तले जमींन खिसक गयी। उन्होने इसकी लिखित शिकायत जिला समाज कल्याण अधिकारी जीत सिंह रावत से की। जीत सिंह रावत ने बताया कि फिल्हाल उन्होने पाया कि पांच लोगों के आवेदन फार्मों पर फर्जी मोहर और हस्ताक्षर हैं जिसके बाद उन फार्मों को निरस्त कर दिया गया है। प्रथम जांच में उन्होने पाया कि ग्राम प्रधान के कॉलम में जो मोहर लगायी गयी है वह ग्राम प्रधान की नहीं है। ग्राम प्रधान के अलावा इस फार्म पर अन्य व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षर या मोहर नही लगायी जा सकती है। यह अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होने बताया कि राखी गिरी की शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गयी है।
फर्जी हस्ताक्षर के बाद जिनके फार्म निरस्त हुए-
बचन सिंह पुत्र मोहन सिंह, भगत सिंह पुत्र नारायण सिंह, पीताम्बर दत्त पुत्र विशेश्वर दत्त, गोवर्धन प्रसाद पुत्र गरीबिया राम, सुरेश जोशी पुत्र नारायण दत्त जोशी।
बड़ी गड़बड़ी की आशंका
रायवाला। फर्जी हस्ताक्षर और मोहर लगाकर लोगों की पेंशन लगाने के मामले की शिकायत के बाद बड़ी गडबड़ी की आशंका जताई जा रही है। माना जा रहा है कि ग्राम सभा रायवाला में वृद्धा, विकलांग व विधवा पेंशन लगाने के नाम पर पैसा लेकर बड़ी गड़बड़ी की गयी है। शिकायतकर्ताओं राखी गिरी का साफ कहना है कि ग्राम प्रधान की फर्जी मोहर व हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर अपात्र लोगों को लाभ पहुंचाया गया है। फिल्हाल पांच फार्म ऐसे सामने आए हैं जिनपर फर्जी मोहर लगायी गयी है। उनका कहना है कि हाल ही में हुए पेंशन सत्यापन फार्मों में भी इस तरह की गड़बड़ी हुई होगी जो जांच में सामने आ जाएगी।
2014 से 2019 तक के सभी पेंशन फार्मों की हो जांच
रायवाला। पेंशन फार्म में हुए गड़बड़झाले की भनक लगने के बाद निवर्तमान ग्राम प्रधान रायवाला गांव राखी गिरि ने पत्र लिखकर जिला समाज कल्याण अधिकारी से रायवाला ग्रामसभा के 2014 से लेकर 2019 तक के समस्त पेंशन फार्मों की जांच करने की मांग की है। शिकायती पत्र में उन्होने कहा कि इस जांच के बाद फर्जी मोहर व हस्ताक्षर लगाकर अग्रसारित किए गए फार्मों की सही जानकारी मिल सकेगी। राखी गिरी ने बताया कि जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मामले की जांच कर दोषी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की गयी है।
