नरेन्द्रनगर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम! श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ व भव्य कलशयात्रा..
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| नरेन्द्रनगर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम! श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ व भव्य कलशयात्रा |
वाचस्पति रयाल/नरेन्द्रनगर।
रसिक ज्ञान भक्ति समिति के सानिध्य में नगर पालिका टाउन हॉल नरेंद्रनगर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलशयात्रा के साथ प्रारम्भ हुआ । 108 महिलाओं ने विष्णु कलश सिर पर धारण कर पूरे नगर की परिक्रमा करके टाऊन हॉल में कलश स्थापना की ।
उसके बाद चण्डीगढ़ से पधारे कथावाचक नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज ने प्रथम दिन की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान नहीं ह्रदय में पहले भाव आता है। भाव आ जाएगा तो भगवान् को आते देर ना लगेगी। भाव से ही भव बंधन कटते हैं। भाव से भव सागर पार होता है। पदार्थ को नहीं भक्त के भाव को ठाकुर जी ग्रहण करते हैं। भाव भगवान् की कृपा से प्रगट होता है या सत्संग और संतों की कृपा से प्रगट होता है। दुनिया में कुछ भी छूटे छूट जाने देना, कथा का त्याग मत करना। शास्त्रों के सूत्र संत की कृपा से जल्दी ह्रदय में उतरकर आचरण बन जाते हैं।
रसिक बनना है तो भैया संतों के चरणों में बैठना आना चाहिए। संत सत तक पहुंचा देता है। उर ( ह्रदय ) के मैल को संत कृपा करके दूर कर देते हैं। भाव भी संत की कृपा से प्रगट होता है। सत के आश्रय के साथ-साथ संत आश्रय और हो जाये तो कल्याण होते देर ना लगेगी। इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष राजेन्द्र विक्रम सिंह , द्वारिका प्रसाद जोशी , शैलेन्द्र नौटियाल , सरिता जोशी , सुरेन्द्र सिंह , राणा के पी जंग , विनोद गंगोटी एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे ।
