देवरिया ताल में भव्य रूप से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव...
हरीश चन्द्र के साथ कैलाश नेगी।ऊखीमठ। प्रमुख पर्यटन स्थल देवरिया ताल में सदियों से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर देवरिया ताल महोत्सव मनाया जाता आ रहा है। राज्य गठन के बाद इसे ग्रामीणों ने ओर भी भव्य तरीके से मनाना शुरू किया। महोत्सव में अलग-अलग स्थानों से पहुंची श्रीकृष्ण की झांकी आकर्षण का केंद्र रही.. इस मौके पर ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में पारंपरिक वस्त्र पहनकर लोकनृत्य प्रस्तुत किया।
जिसमें भगवान श्रीकृष्ण की झांकियां मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। सारी, ऊखीमठ व मनसूना से देवरियाताल पहुंची झांकियों के साथ सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन किये. इस मौके पर गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि देवरिया में तीर्थटन व पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं। जिसके लिए देवरिया ताल के चहुंमुखी विकास के लिए सामूहिक प्रयास किये जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में केदार वन्य जीव प्रभाग की ओर से देवरियाताल में धर्मशाला का निर्माण किया जायेगा, जिससे यहां आने वाले सैलानियों को सुविधाएं मिल सकें। इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा सहित अन्य कई गणमान्य शामिल हुए. मेला समिति अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भट्ट ने सांसद तीरथ सिहं रावत को विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया.इस मेले में हेमन्त बुटोला के नेतृत्व में धार्मिक भजनों की धूम देखने को मिली।
मेले में झांकी प्रदर्शनी में ऊखीमठ प्रथम, मनसूना द्वितीय व सारी तृतीय स्थान पर रहे. सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सारी प्रथम, मनसूना द्वितीय व ऊखीमठ तृतीय स्थान पर रहे. वहीं, विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 37 लोगों को देवरिया सरोवर शिरोमणि सम्मान से सम्मानित किया गया।
ताल और बुग्यालों के बीच आयोजित होने वाले इस महोत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए पर्यटन विभाग गंभीर नहीं है। इस वजह से देवरिया ताल घूमने आने वाले विदेशी पर्यटक इस महोत्सव का हिस्सा नहीं बन पाते। जबकि देवरियाताल विकास महोत्सव समिति हर साल अपने स्तर से महोत्सव का आयोजन करवाती है। इस मौके पर मेला उपाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी, सचिव चन्द्रमोहन उखियाल, कोषाध्यक्ष शशि सेमवाल, पूर्व प्रधान सन्दीप पुष्पाण, दिनेश तिवारी, केदारनाथ विधायक के प्रतिनिधि प्रकाश पंवार, अनुसूया प्रसाद भट्ट, कार्यक्रम में मंच सचालन लक्ष्मण सिंह नेगी के द्वारा किया गया। नवदीप सिंह नेगी, प्रकाश गुसाई, पवन राणा, दीपक नेगी, शिसुपाल सिंह रावत, सहित समस्त जनप्रतिनिधियों व स्थनीय जनता प्रधान महिला मंगलदल के सदस्य मौजूद थे।
यह है महोत्सव की मान्यता
मान्यता के अनुसार देवरिया ताल को नागराजा ने बनाया था। माना जाता है कि एक बार एक दास दंपती ने नागराजा को दर्शन देने के लिए कहा। ढोल दमाऊ बजाकर गीतों से नागराजा का आह्वान किया गया। इसके बाद नागराजा ने उन्हें दर्शन दिए और उन्हें अपने साथ ताल में ले गए। तब से कभी नागराजा ने दर्शन नहीं दिए। इसके बाद से ही देवरिया ताल महोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया।

