बैकिंगः खतरे के निशान से ऊपर बह रही अलकनन्दा और मंदाकिनी! तटीय इलाकों में जाने से सावधान..

बैकिंगः खतरे के निशान से ऊपर बह रही अलकनन्दा और मंदाकिनी! तटीय इलाकों में जाने से सावधान.. 
तटीय इलाकों में जाने से सावधान
भपेन्द्र भण्डारी। 
रूद्रप्रयाग। पहाड़ों मे हो रही मूसलाधार बारिश का असर अब गंगा की दो सबसे बड़ी सहायक नदियों में मे दिखने लगा है, कल रात से हो रही मूसलाधार बारिश के बाद रूद्रप्रयाग में अलकनन्दा और मंदाकिनी दोनों नदियाॅ खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी हैं, जिससे तटीय इलाकों के लोग सुरक्षित स्थानों के लिए निकल चुके हैं, हांलाकि अब बारिश थमने के बाद आशा की जा रही है कि दोनों नदियों के जलस्तर में कुछ कमी आ सकती है। 


आपको बतादें कि अलकनन्दा नदी के जलस्तर की चेतावनी रेखा 626 मीटर और जलस्तर का खतरे का निशान 627 मीटर है 10 बजे तक के जल बोर्ड के डाटा के अनुसार अलकनन्दा खतरे के निशान को पार करती हुई 627.65 मीटर पर बह रही है। जबकि मन्दाकिनी नदी के जलस्तर की चेतावनी रेखा 625 मीटर और जलस्तर का खतरे का निशान 626 मीटर है 10 बजे तक के जल बोर्ड के डाटा के अनुसार अलकनन्दा खतरे के निशान को पार करती हुई 626.9 मीटर पर बह रही है। जलस्तर का बढ़ना पहाड़ से ज्यादा मैदानी क्षेत्रों के लिए दिक्कतें पैदा कर सकता है। 


तटीय इलाकों में जाने से सावधान
फोटो- सौजन्य- श्री बद्री नौटियाल जी- डीडीआरएमए के जवानों द्वारा रुद्रप्रयाग में नदी किनारे बसे लोगों को जागरूक करते हुए
अलकनन्दा और मंदाकिनी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, इस सीजन में पहली बार गंगा का जलस्तर ने खतरे के निशान तक को पार कर दिया है, बीते कुछ घण्टों से दोनों नदियों के जलस्तर में बेतिहाशा वृद्धि हो रही है, पुलिस व प्रशासन के लगातार अलर्ट और बढ़ते जलस्तर को देख खतरा महसूस करते ही तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर पनाह ले ली है, हांलाकि अभी बारिश रूक चुकी है ऐसे में अगर रात्री को और बारिश नही होती तो सुबह तक दोनों नदियो का जलस्तर कम होने का अनुमान है। 

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