पहाड़ी खबरनामा की खबर से बौखलाए प्रधान पति ने लगाए मनगढ़त आरोप! आदमी को फिर लिख दिया एडमिन..

पहाड़ी खबरनामा की खबर से बौखलाए प्रधान पति ने लगाए मनगढ़त आरोप! फिर कम ज्ञान ने फंसाया. . . आदमी को फिर लिख दिया एडमिन . . एडमिन ने भी ग्रुप से भगाया
रामरतन पंवार / जखोली। 
पहाड़ी खबरनामा पोर्टल सामाजिक सरोकारों ओर घटनाओं को हमेशा प्रमुखता से उठाता आया है, हमारा पहला उछेश्य समाज में हो रही घटनाओं उसी परपेक्ष्य में जनता के सामने रखना, ताकि जनता भी जान सके कि उनके ईदगिर्द कौन सी घटनाऐं घटित हो रही है, हम इस पोर्टल को मात्र सामाजिक सरोकारों के लिए चला रहे है न कि किसी व्यवसायिक हित के लिए, पहाड़ी खबरनामा द्वारा हर बात को दमदार तरीके से सामने रखने से कई लोग बौखलाए हुए हैं, ऐसा ही कुछ देखने को भी मिल रहा है पूरा मामला ग्राम पंचायत भणगा-रहड़ सिलगढ़ का है जहां की प्रधान कौशल्या देवी के पति आजकल पहाड़ी खबरनामा के कारण चर्चाओं में आए हैं।  


दरअसल ग्राम पंचायत भणगा-रहड़ सिलग की प्रधान कौशल्या देवी ने डीएम रूद्रप्रयाग को एक पत्र लिखा था, पहले तो इस पत्र पर किसी का ध्यान नही गया लेकिन जब प्रधान पति ने इस पत्र को सोशल मिडिया में वाइरल किया तो इसमें दो चीजें बड़ी रोचक थी, पहला कि प्रधान ने अपने विरोधियों से अपनी जान को खतरा बताया था दूसरा प्रधान ने डीएम को लिख इस पत्र में अपने भष्ट्राचार की अनजाने में खुद ही पोल खोल दी थी। दोनों खबरें आप नीचे लिंग पर क्लिक कर पढ़ सकते है- 


बौखलाए प्रधान पति ने आदमी को लिख दिया एडमिन, एडमिन ने किया ग्रुप से बाहर का रास्ता
पहली खबर 03 जुलाई को पहाड़ी खबरनामा में प्रकाशित हुई थी जिसे पढ़कर प्रधान भणगा व प्रधान पति बड़े खुश हुए, और कई जगह खबर को अपने आप शेयर भी किया, उसके बाद दूसरी खबर 4 जुलाई को पहाड़ी खबरनामा ने ’’प्रधान ने अनजाने में डीएम को पत्र लिख खुद ही खोल दिया अपने भष्ट्राचार का कच्चा चिठ्ठा..’’ प्रकाशित किया, पहले तो प्रधान जी और प्रधान पति की समझ में ही नही आया कि उन्होने अपने भष्ट्राचार की पोल अपने आप कैसे खोल दी, लेकिन जब लोगों ने उन्हे फोन आने लगे कि आपने ऐसा लेटर कैसे खुद ही डीएम को लिख दिया तो उसके बाद प्रधान पति पूरी तरह से बौखला गये, प्रधान पति इतना बौखला गये कि 7 दिनों तक वो चुपचाप बैठे रहे, और आठवें दिन जिले के एक प्रतिठित व्हाटएप्प ग्रुप में जी भर कर मनगढ़त आरोप लगा डाले, लेकिन फिर वही गलती कर बैठे ओर आदमी की जगह एडमिन लिख दिया, प्रधान ने आरोप लगाया कि पहाड़ी खबरनामा के रिर्पोटर ने उनसे पैसे की माॅग की थी, आप भी देखिए 7 दिनों तक चुप बैठे प्रधान व प्रधान पति ने क्या लिखा- 


7 दिनों बाद प्रधान पति व प्रधान के इन आरोपों से से कई सवाल खड़े होते हैं, पहला सवाल यह है कि आरोप का कोई तो प्रमाण होगा उस साथ रखकर आरोप को पुष्ठि के साथ क्यों नही डाला, ओर अगर प्रमाण नही है तो केवल खबर दिखाने पर ऐसे आरोप लगाना क्या मानहानि की श्रेणी में नही आता, दूसरी प्रमुख बात यह है कि अगर किसी ने पैसे मांगे तो पुलिस शिकायत क्यों नही की, 7 दिनों तक प्रधान व प्रधान पति आखिर क्यों चुप बैठे रहे, तीसरी ओर प्रमुख बात यह है कि प्रधान ने फिर वही गलती दोहराई ओर आदमी लिखने के बजाय एडमिन लिख दिया जिससे अब ग्रुप एडमिन भी प्रधान पर लाल पीले हो गये और उन्होने ग्रुप में ही प्रधान को खरी खोटी सुनाई और जवाब मांगा तो प्रधान कुछ जवाब नही दे पाए, जिसके बाद एडमिन ने भी उन्हे बाहर का रास्त दिखा दिया। वही पहाड़ी खबरनामा के रिर्पोटर भी प्रधान पति व प्रधान पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करने को लेकर मंथन कर रहे है। 


पहाड़ी खबरनामा एक जिम्मेदार र्पोटल है वह अपनी जिम्मेदारी को भली भाॅती समझता है, हम पूरे मामले में आखिर में हमारा सिर्फ इतना कहना है कि अगर प्रधान से किसी ने पैसे माॅगे तो प्रधान जी उसपर तुरन्त मुकदमा दर्ज करवायें, अन्यथा आरोप से जो मानहानि हुई है उसके लिए भी तैयार रहें, क्योकि बोलने में क्या जाता है किसी पर भी आरोप लगाओ या भाग जाओ, लेकिन लगता है इस बार प्रधान जी को उनकी ये रणनीति मानहानि के मुकदमें के तौर पर भारी भी पड़ सकती है। 

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