एसडीएम के आदेशों को ढेंगा दिखा सरकारी भूमि पर हो रहा अतिक्रमण...

एसडीएम के आदेशों को ढेंगा दिखा सरकारी भूमि पर हो रहा अतिक्रमण

फोटो-1 प्रतीतनगर में सरकारी भूमि पर लगे ट्रांसफार्मर के दौरान की स्थिती।
महेश पंवार / रायवाला।

प्रतीतनगर में एक सरकारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोक पाने में प्रशासन बोना साबित हो रहा है। यहां क्षेत्र के कुछ लोगों द्वारा उपजिलाधिकारी से की गयी शिकायत के बाद भी अतिक्रमण थमने का नाम नही ले रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भूमाफियाओं के हांेसले कितने बुलंद है। ग्रामीणों का आरोप है कि व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के इस कार्य को अंजाम दिया गया है। 
फोटो-2 उक्त सरकारी भूमि से ट्रांसफार्मर हटने के बाद की स्थिती।  
मामला प्रतीतनगर स्थित पुरानी पानी की टेंकी के पास का है जहां पहले तो कुछ लोगों ने कूट रचना के जरिए सरकारी भूमि पर लगे वर्षों पुराने एक ट्रांसफार्मर को हटवाकर कुछ ही दूरी पर जल संस्थान की भूमि पर रखवा दिया। वहीं उर्जा निगम के अधिकारियों ने भी उक्त कार्य को करने के लिए देरी नही की और तुरंत स्टीमेट बना डाला। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि सैकड़ों घरों के उपर से गुजर रही 11 हजार और 33 हजार केवी की विधुत हाइटेंशन लाइन को हटाने के उर्जा निगम के अधिकारियों को कई बार पत्र लिखकर अवगत कराया जा चुका है उर्जा निगम सैकड़ों लोगों की इस समस्या को लेकर इतना गंभीर दिखायी नही दे रहा जितना कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने में दिख रहा है। जब उर्जा के अधिकारियों से यह पूछा गया कि आखिर उक्त ट्रांसफार्मर को हटवाने के लिए स्टीमेट किसके द्वारा जमा कराया गया तो अधिकारियों ने बात को टाल दिया। वहीं विश्वसनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि उक्त ट्रांसफार्मर का हटवाने के लिए पंचायत ने जनहित मंे उर्जा निगम को पत्र लिखा था जिसके आधार पर उर्जा निगम ने यह ट्रांसफार्मर हटाया। 

फोटो-3 ट्रांसफार्मर हटने के बाद सरकारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण की स्थिती।
मगर सवाल यह उठता है कि जब ट्रांसफार्मर जनहित में हटाया गया है तो इसका पैसा आखिर किसने जमा कराया और ट्रांसफार्मर हटने के बाद खाली हुई भूमि का क्या हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि कूट रचना के जरिए व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाया गया है। उल्लेखनीय है कि कुछ ग्रामीणों ने उक्त सरकारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण की शिकायत उपजिलाधिकारी प्रेमलाल से की थी। उपजिलाधिकारी ने उक्त भूमि पर होने वाले अतिक्रमण पर रोक लगाने के लिए रायवाला पुलिस को निर्देशित भी किया था बावजूद इसके भूमि पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भूमाफियाओं के हौसले कितने बुलंद है। 


खबर पर प्रतिक्रिया दें 👇