प्रधान ने अनजाने में डीएम को पत्र लिख खुद ही खोल दिया अपने भष्ट्राचार का कच्चा चिठ्ठा..

प्रधान ने अनजाने में डीएम को पत्र लिख खुद ही खोल दिया अपने भष्ट्राचार का कच्चा चिठ्ठा.. 

रामरतन पंवार / जखोली।
ग्रामसभाओं में होने वाली धांधलीयाॅ ओर भष्ट्राचार वैसे तो किसी से छिपा नही है लेकिन ग्रामसभाओं में होने वाली इन धांधलीयों का जाॅचों में भी पता नही चल पाता, लेकिन कई बार प्रधान अनजाने में ही सही लेकिन अपने भष्ट्राचार का कच्चा चिठ्ठा खुद ही खोल देते हैं, ऐसा ही एक मामला रूद्रप्रयाग में सामने आया है। 


पूरा मामला रुद्रप्रयाग जिले के जखोली विकासखंड में पड़ने वाले ग्राम पंचायत भणगा-रहड़ सिलगढ़ का है, जहां ग्राम प्रधान कौशल्या देवी ने अपने प्रतिद्वंदीयों पर अपनी व अपने पति की जान का खतरा का आरोप लगा डीएम रुद्रप्रयाग को गुहार भरा पत्र भेजा था, दरअसल प्रधान ने अपना ये पत्र पत्र तो अपने प्रतिद्वंदीयों को पंचायत चुनाव से पहले चित करने के लिए बड़ा दाव खेला था लेकिन पत्र में वो कुछ ऐसा लिख गयी, जिससे खुद ही सवालों के घेरे में आ गयी। पहले आप ये पत्र देखिए, पत्र में पीली बेकग्राउन्ड वाली लाईन को ध्यान से देखिएगा, पूरा मामला आपकी समझ में आ जायेगा। 


फोटो- प्रधान द्वारा डीएम को लिख गया पत्र। 
पत्र को पढ़ने के बाद आप कुछ नही समझ पाए तो हम आपको बता देते हैं दरअसल प्रधान ने लिखा कि उनके गांव में उनके प्रतिद्वन्दीयों द्वारा ग्रुप बनाया है जो विकास कार्यो में बाधा उत्पन्न कर रहे है ओर जिन लोगों के खाते में पैसे पड़े है वो न काम करो न ही पैसा वापस दो। 


अब बड़ा सवाल ये खड़ा होता है ! कि लोगों के खातों में आखिर बिना काम किऐ पैसे कैसे पड़ गये, किसी भी योजना में काम हो जाने के बाद ही पैसा लोगों के खाते में डाला जाता है, और उससे भी बड़ी गजब की बात यह है कि खाते में पड़े पैसे भी प्रधान जी द्वारा वापस माॅगे जा रहे हैं, और सबसे चैकाने वाली बात यह है कि इसके लिए डीएम साहब की मदद माॅगी जा रही है। 

क्या कहते हैं प्रधान प्रतिनिधि- 
पूरे मामले में प्रधान कौशल्या देवी के पति महावीर सिंह से पहाड़ी खबरनामा ने जब इस सम्बन्ध में पुछा तो उनका कहना है कि पहले मनरेगा में डिमान्ड के अन्र्तगत पहले खाते में पैसा डालने का प्रावधान था मनरेगा के अन्र्तगत  11 से 12 लोगों के खाते में एडवांस पेमेन्ट किया गया है, ये लोग न ही अब काम कर रहे हैं और न पेमेन्ट वापस कर रहे हैं। 

क्या कहते है खण्ड़ विकास अधिकारी- 

जखोली के खण्ड विकास अधिकारी कुंवर सिंह सजवाण का कहना है कि मनरेगा योजना के अन्र्तगत बिना काम किए किसी के भी खाते में पैसा डालना नियमविरूद्ध है, किसी के खाते में डाले गये पैसे को वापस मांगना भी नियमविरूद्व है अगर ऐसा कुछ होता है तो वह भष्ट्राचार की श्रेणी में आता है पूरा मामला उनके संज्ञान में है, मामले की जांच चल रही है, बुद्धवार को मै गांव में पहुच कर इस मामले की पूरी जांच करूंगा। 

अब इसे प्रधान जी की नादानी समझो, भूल समझो या अपना कच्चा चिठ्ठा खुद खोलना या जो भी आप समझो लेकिन ये पूरा मामला गांव में भष्ट्राचार की कहानी जरूर कहता है। जिस पर जांच के बाद बड़ा व कड़ा एक्शन लेने की जरूरत है तभी गांव से भष्ट्राचार का दीमक साफ हो पायेगा। 

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