हवा-हवाई हुए मंत्री जी के आदेश! जिलापंचायत राज अधिकारी ने कराया 7 घण्टें का इन्तजार, खानापूर्ति के लगे आरोप..!

मंत्री जी के आदेश के बाद भी नही हो सकी मामले की जांच पूरी, सात घंटे इंतजार कराने के बाद पहुंचे जिलापंचायत राज अधिकारी, शिकायतकर्ता ने लगाया जांच के नाम पर खानापूर्ती करने का आरोप 
हवा-हवाई हुए मंत्री जी के आदेश
फोटो -प्रतीतनगर में नियमानुसार बनायी जा रही दुकानों की जांच करते जिलापंचायत राज अधिकारी।
महेश पंवार / रायवाला।
कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे के दो दिन के भीतर जांच कर कार्रवाई करने के आदेश के बाद भी रायवाला में शिक्षित बेरोजगारों के नाम पर बनायी जा रही दुकानों के मामले में जांच पूरी नही हो पायी। जिला पंचायत राज अधिकारी टीम के साथ पहुंचे जरूर थे मगर जांच बेनतीजा रही। हालाकि उन्होने दुकानों का निर्माण और आवंटन नियमानुसार न होने की बात और प्रधान प्रति के नाम पर निकाली गयी धनराशि को गलत स्वीकार भी किया। लेकिन तथ्य और साक्ष्य होने के बाद भी वह एक और जांच करने की बात कहकर चलते बने। 
पिछले चार सालों से विवादों में चल रहे रायवाला दुकान निर्माण और आवंटन मामले में आखिरकार कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे के निर्देश पर एक बार फिर जांच टीम मौके पर पहुंची। जांच करने आए जिला पंचायत राज अधिकारी जफर खां का इंतजार करते करते शिकायतकर्ता और अन्य लोगांे की आंखे पथरा गयी। शाम करीब पांच बजे जिला पंचायत राज अधिकारी प्रतीतनगर पंचायत भवन पहुंचे। यहां उन्होने दुकान निर्माण और आवंटन को लेकर शिकायतकर्ता, पंचायत सदस्यों और प्रभावितों से वार्ता की। देर रात तक चली जांच बेनतीजा रही। 
जांच करने आए अधिकारी शिकायतकर्ता और वहां उपस्थित लोगों को दिशा से भटकाते नजर आए। डीपीआरओ ने दुकानों के निर्माण के आदेश में खामियां तो बतायी मगर आदेश के विपरीत हो रहे दुकान निर्माण और आवंटन के विषय पर वह कुछ खास नही बोले। जब शिकायतकर्ता ने उनसे सवाल किया तो वह उनपर आग बबूला हो गए। जिसके बाद भरी बैठक में शिकायकर्ता ने उनपर जांच को घुमाने का आरोप लगा दिया। करीब दो घंटे तक चली बातचीत के बाद उन्होने कहा कि किन्हीं कारणों के चलते ग्राम प्रधान अवकाश पर हैं उन्होने उपप्रधान दीवान सिंह चैहान को ग्रामीणों और प्रभावितों के साथ बैठक कर नए सिरे से प्रस्ताव तैयार करने को कहा जिससे कि हर प्रभावित और शिक्षित बेरोजगार को दुकानें मिल सकें। उन्होने कहा कि पंचायत के खाते से फर्म के नाम पर चैक के माध्यम से ही पैसा निकाला जा सकता है। उन्होने कहा कि यह सपष्ट हो गया है कि पंचायत के खाते से प्रधान पति के नाम पर लाखों रूपए निकाले गए।
जिसके ही जांच की जाएगी साथ ही उन्होने पंचायत के चार सालों में किए गए कार्यों की जांच की भी बात की। शिकायतकर्ता नंद किशोर कंडवाल, उप प्रधान दीवान सिंह चौहान, पंचायत सदस्या भारती खंडेलवाल, मोहिनी पंवार और सतीष रावत का आरोप है कि जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती की गयी है जिससे वह संतुष्ट नही है। इस दौरान पंचायत सचिव दर्शन सिंह सजवाण, प्रधानपति विवेक रावत, अजय कुमार सिंह, जहीर अहमद करैशी, अरविंद मोधा, सुरेंद्र सिंह नेगी, अर्जुन धनगर, मुकेश मोघा, शूरवीर पंवार, मधु डबराल आदि उपस्थित रहे। 

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