त्यागपत्र पर बोले हरीश रावत! "मेरे कर्तव्य ने जो मुझसे कहा मैने वो किया"- हरीश रावत
रूद्रप्रयाग में पूर्व सीएम हरीश रावत ने पंचायत चुनाव के लिए कार्यक्रर्ताओं में भरा जोश !
त्यागपत्र पर बोले हरीश रावत! "मेरे कर्तव्य ने जो मुझसे कहा मैने वो किया"- हरीश रावत
रूद्रप्रयाग में पूर्व सीएम हरीश रावत ने पंचायत चुनाव के लिए कार्यक्रर्ताओं में भरा जोश !
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| फोटो - रूद्रप्रयाग पहुचने पर पूर्व सीएम हरीश रावत का हुआ स्वागत। |
राजेश नेगी/रूद्रप्रयाग।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र देने के बाद हरीश रावत एक बार फिर खुर्खियों में हैं, राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हरीश रावत का यह दाव किसी की समझ में अबतक नही आ पाया है, हर कोई इसका अपना ढ़ंग से विश्लेषण कर रहा है, कोई कह रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के त्यागपत्र के बाद हरीश रावत का राहुल प्रेम का प्रतिफल है तो कई कह रहा है कि संगठन से ही उन्हे ऐसा करने के लिए बोला गया था, वही कुछ कांग्रेसी यह भी कह रहे हैं कि हरीश रावत ने हार की जिम्मेदारी लेकर बड़े नेता होने का प्रमाण दिया है।
खैर जितनी मुंह उतनी बातें लेकिन फिलहाल हरीश रावत के कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र के बाद दबाव में आए कांगे्रस प्रदेश संगठन में भी कोई हलचल देखने को मिलती है या प्रदेश संगठन भी हार की जिम्मेदारी लेकर कुछ ऐसा ही करता है ये देखने वाली बात होगी, हरीश रावत आज जब रूद्रप्रयाग पहुचे, तो राष्ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र देेने के मामले में हरीश रावत ने बस इनता कहा कि मेरे कर्तव्य ने जो मुझसे जो कहा मैने वो किया, इस विषय पर मैं ज्यादा नही कहना चाहता, इस विषय को ओर जटिल बना दिया है, क्या हरीश रावत प्रदेशं संगठन व पार्टी के बडे नेताओं को अपने कर्तव्य का पालन कर उनका कर्तव्य याद दिला रहे हैं और क्या हरीश रावत के त्यागपत्र के बाद प्रदेश अध्यक्ष पर भी त्यागपत्र का दबाव बढ़ेगा, ये कुछ ऐसे सवाल है, जो उत्तर जल्द ही मिल सकता है।
वही रूद्रप्रयाग पहुच हरीश रावत ने कार्यक्रताओं की बैठक ली, ओर कार्यकताओं से पंचायत चुनाव व श्रीनगर में हो रहे निकाय चुनाव के लिए अपनी पूरी शक्ति से जुट जाने का आहवान किया, हरीश रावत ने कहा कि वह पंचायत चुनाव में जीत कर दर्ज करेंगे, कांग्रेस पंचायतीराज एक्ट संशोधन बिल के मुद्दे पर जनता के सामने विरोध करेंगे। ये बिल संविधान के हिसाब से सही नही है।
