एसपी अजय सिंह की कप्तानी में हुआ कमाल, देश भर में ठगी का कारोबार चला रहे साइबर अपराधियों के गैंग का भण्डाफोड..
राजेश नेगी।
रूद्रप्रयाग। रूद्रप्रयाग पुलिस के लिए आज एतिहासिक दिन है, रूद्रप्रयाग पुलिस के लिए ये एतिहासिक दिन एसपी अजय सिंह की कप्तानी में हासिल हुआ है, रूद्रप्रयाग पुलिस ने देश भर में साइबर अपराध का जाल फैलाये एक गैंग का भण्डाफोड़ किया है, इस गैंग को ये इल्म भी नही रहा होगा, कि उत्तराखण्ड़ के केदारनाथ में हेली सेवाओं के टिकटों में ठगी करना उनकों पहली बार सलाखों के पीछे पहुचा देगा।
पढें- पहाड़ के विधायकों का हाथ देवभूमि को गाली देने वालों के साथ! बीजेपी में आने के बाद सुधर गये थे चैम्पियन- भरत चौधरी।
जी हाॅ रूद्रप्रयाग पुलिस बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक अन्तरराज्यीय साइबर अपराधियों के गैंग का भण्डाफोड़ किया है, ये गैंग हैली टिकट और ट्रैवल्स के नाम पर केदारनाथ समेत हिमाचल, गोवा, जम्मू कश्मीर के पर्यटन के नाम पर भी धोखाधड़ी की जाती थी पुलिस ने थाना गुप्तकाशी पर दर्ज ऑनलाइन हैली टिकटों की बुकिंग में ठगी के मामले में कार्यवाही करते हुए यूपी के मैनपुरी, नोएडा, गाजियाबाद से से चार आरोपियो को गिरफतार किया है। एसपी अजय सिंह का कहना है कि पुलिस इस गैंग के अन्य आरोपीयों की खोबजबरी के साथ ही इनके द्वारा ठगी के शिकार बने लोगों की खोजबीन कर उन्हे उनका पैसा वापस दिलाने की कोशिश कर रही है।
ऐसे देते थे साइबर ठगी को अंजाम।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने इससे पहले भी देश भर में कई धोखाधड़ी की गयी है किन्तु कभी पकड़ में नहीं आये, अभियुक्तगण विगत में यात्रा गुरू कम्पनी में कार्यरत थे, जिनके द्वारा नोएडा में विभिन्न स्थानों पर कॉल सेन्टर खोले गये थे, जहॉ से कम्पनी द्वारा लोगों से ट्रेवल एजेन्सी, हैली टिकटों की बुकिंग, होटलों की बुकिंग के नाम से धोखाधड़ी की जाती थी, इस पूरे घटनाक्रम में मास्टरमाइंड के रूप में राजबीर का नाम प्रकाश में आया है। इस प्रकार की ठगी व धोखाधड़ी किये जाने हेतु इनके द्वारा स्वयं की वेबसाइट तैयार करवाई गयी। साथ ही राजबीर द्वारा इण्डियन ट्रैवल्स नाम से वेबसाइट बनायी गयी। जिसमें विभिन्न कम्पनियों द्वारा कस्टमर का डाटा (फोन नम्बर व अन्य विवरण) उपलब्ध कराया जाता था। इसी प्रकार से कम्पनी हैलो ट्रैवल्स द्वारा राजबीर द्वारा तैयार की गयी वेबसाइठ को डाटा दिया जाता था।
पढें- पार्ट-4- नेताजी प्रकरण पर बोले विधायक भरत चौधरी, कांग्रेसियों में जरा भी गैरत बाकी तो चल्लू भर पानी मे डूब मरो!
इस डाटा हेतु इनके द्वारा प्रतिमाह 25 हजार की धनराशि सम्बन्धित कम्पनी के खाते में जमा की जाती थी। हैलो ट्रैवल्स कम्पनी द्वारा राजबीर द्वारा तैयार की गयी वेबसाइट को प्रतिमाह 400-500 लोगों का डाटा उपलब्ध कराया जाता था, जिनमें से इनके द्वारा प्रतिमाह 30-35 लोगों से हैली टिकट, होटल बुकिंग व अन्य सुविधाओं के नाम से धोखाधड़ी की जाती थी। इनके द्वारा उत्तराखण्ड में प्रचलित चारधाम यात्रा हेतु हैली टिकटों, होटलों की बुकिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने के साथ-साथ अन्य राज्यों जैसे हिमाचल, गोवा, जम्मू कश्मीर के पर्यटन के नाम पर भी धोखाधड़ी की जाती थी। लोगों द्वारा इनके झांसे में आकर इनको पैसों का भुगतान किया जाता था, परन्तु इनके द्वारा लोगों को किसी भी प्रकार की सुविधायें मुहैया नहीं करवाई जाती थी। इस कार्य को करने हेतु इनके द्वारा फर्जी आईडी से सिमों का प्रयोग किया जाता था, प्रयुक्त होने के बाद अपनी सिमों को फेंक दिया जाता था।किसी से भी तीस हजार रूपये मासिक किराये पर लते थे बैंक एकाउन्ट
पुलिस को आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, एटीएम इत्यादि सामग्री प्राप्त हुई है, इनके लैपटॉप के माध्यम से विभिन्न प्रान्तों के लोगों से धोखाधड़ी की बात सामने आयी है। आरोपितों द्वारा बैंक एकाउण्ट को 30 हजार प्रति माह किराये पर लिया जाता था तथा एटीएम अपने पास रख लेते थे, विवेचना में इससे सम्बन्धित अन्य लोगों की संलिप्तता की जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही ऐसे पीड़ित लोगों के बारे में भी कॉल डिटेल के माध्यम से जानकारी जुटाई जा रही है जो इनकी ठगी का शिकार हुए हैं। अभी तक की पूछताछ में इनके द्वारा उत्तराखण्ड राज्य के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गोवा, हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू एवं कश्मीर में पर्यटन के नाम पर लोगों के साथ ठगी की बात प्रकाश मे आयी है।
पढें- चैम्पियन की दोस्ती के चक्कर में बुरे फंस गये महेन्द्र भटट्, गालियाॅ की हुई बौछार..
गैंग से जब्त सामान व पुलिस टीम
आरोपियों के पास से पुलिस को 02 लैपटाप मय चार्जर, 10 मोबाईल फोन, 07 ए.टी.एम कार्ड, 01 डोंगल मिला है, वही इस पूरे मामले में गिरफ्तारी व पूछताछ में पुलिस उपाधीक्षक (प्रशिक्षु) दीपक सिंह, निरीक्षक होशियार सिंह पंखोली, थानाध्यक्ष गुप्तकाशी, उ.नि. नापु. योगेश कुमार, थाना गुप्तकाशी, आरक्षी नापु. स्वदेश राय, थाना गुप्तकाशी, आरक्षी नापु. विनय कुमार, थाना गुप्तकाशी, आरक्षी सपु. रईस राजा, पुलिस कार्यालय पूरी टीम सम्मलित थी।
