अपनी मांगों व पत्रकारों को धमकाने को लेकर सड़कों पर उतरे महाविद्यालय के छात्र, महारैली कर दिखाई ताकत
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| फोटो- छात्रों की महारैली |
-कुलदीप राणा आजाद/रूद्रप्रयाग
पिछले 12 दिनों से अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर रूद्रप्रयाग महावि़द्यालय के छात्रों ने आज रूद्रप्रयाग मुख्यालय की सड़कों पर महारैली निकाली। छात्रों ने महाविद्यालय की उपेक्षा को लेकर स्थानीय विद्यायक और शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। वहीं छात्रों की आवाज को उठा रहे पत्रकारों को सोशल मीडिया में धमकाने को लेकर भी छात्रों ने जमकर नारेबाजी की।
दअसल मुख्यालय स्थित रूद्रप्रयाग महावि़द्यालय के छात्रों द्वारा अपना भवन, लाइब्रेरी, बीएसी और एमए की कक्षाओं का संचालय सहित 6 बुनियादी मांगों को लेकर आन्दोलन चल रहा है। छात्र काॅलेज परिसर में दिन-रात बेमियादी धरने पर बैठे हुए हैं। छात्र आन्दोलन के पांचवें दिन जन आक्रोश रैली निकालकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया था जिसमें जिलाधिकारी ने कुछ समस्याओं को पांच दिन के अंदर आरम्भ करने का आश्वासन दिया था, जो अब तक नहीं हो पाया है जबकि रूद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चैधरी का कार्यालय भी काॅलेज से बहुमुश्किल 200 मीटर की दूर पर है लेकिन छात्रों की मांगों को सुनने तक के लिए विधायक ने धरना स्थल पर जाने की जहमत नहीं उठाई।
जबकि दूसरी तरफ काॅलेज में 10 लाख की विधायक निधि के तहत कक्षा-कक्ष का पुर्ननिर्माण काॅन्फ्रेस हाॅल का निर्माण किया गया जिसमें भारी अनिमिताएं बरती गई हैं। इसको लेकर जब पत्रकारों ने सवाल खड़े किए तो कार्यों में सुधार लाने की बजाय सोशल मीडिया पर पत्रकारों को धमकियां देने के साथ ही अर्मायादित भाषा का प्रयोग किया गया। जबकि एक पत्रकार की दोपहिया वाहन पर भी हमला कर तोड़ फोड़ की गई। इसकी को लेकर महाविद्यालय के छात्रों ने मीडिया की आवाज दबाने वालों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। छात्रों ने साफ तौर पर कहा कि जनप्रतिनिधि और सरकार तो छात्रों की आवाज सुन नहीं रही लेकिन जो मीडिया आवाज उठा भी रहा है उसे कुचलने का प्रयास किया जा रहा है जिसके खिलाफ सारे छात्र मुखर होंगे।
