देखिए VIDEO : फिर बोतल से बाहर निकला एनएच 74 का जिन! रूद्रप्रयाग एसडीएम डीपी सिंह मामले में सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस..

हरीश चन्द्र / रूद्रप्रयाग। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद एकाएक बहुचर्चित एनएच 74 मामले में मुख्य आरोपी पीसीएस अधिकारी डीपी सिंह (दिनेश प्रताप सिंह) को बहाल ही नही बल्कि रूद्रप्रयाग जिले में एसडीएम पद पर तैनाती के साथ ही बोतल से बन्द एनएच 74 का जिन एक बार फिर बाहर निकल गया है, कांग्रेस अब इस मामले में सड़कों पर आन्दोलन करने की बात कर रही है, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप भट्ट का कहना है भाजपा ने एनएच 74 मामले में भष्ट्राचार को लेकर पहले विधानसभा ओर फिर लोकसभा चुनाव लड़ा है, यहाॅ तक कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एनएच 74 मामले में मुख्य आरोपी पीसीएस अधिकारी डीपी सिंह के जेल जाने पर बकायदा बयान देकर कहा था कि जिस तरह मुख्य आरोपी को जेल भेजा है उसी तरह किसी भी दोषी अधिकारी को नही बख्सा जायेगा, पहले देखिए पहाड़ी खबरनामा से खास बातचीत में क्या कहा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप भट्ट ने- 
देखें VIDEO- एनएच 74 के मुख्य आरोपी एसडीएम डीपी सिंह को रूद्रप्रयाग एसडीएम बनाने पर सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस
पहाड़ी खबरनामा से सास बातचीत में कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप भट्ट भाजपा सरकार पर एनएच 74 मामले में मुख्य आरोपी डीपी सिंह को बहाल करने व सीधे रूद्रप्रयाग में एसडीएम पद पर तैनाती देने को लेकर काफी आक्रमक नजर आए, प्रदीप भट्ट ने कहा कि कांग्रेस इस मामले को जनता के बीच ले जायेगी और सरकार की जीरो टोलरेन्स की इस नीति को भी जनता के सामने रखेगी, बीजेपी मात्र चुनाव के समय भष्ट्राचार की बात करती है, ओर चुनाव के बाद उन्ही भष्ट्राचार में संलिप्त अधिकारियों को ईनाम देती है, जल्द ही कांग्रेस पूरे प्रदेश में सड़को पर उतर इस मामले में आन्दोलन की रणनीति बनायेगी। 
आपको बतादें कि बीते 13 जून को भाजपा सरकार ने एनएच 74 के मुख्य आरोपी ओर एनएच.74 घोटाले में जेल में बंद रहे निलंबित रहे पीसएस अधिकारी डीपी सिंह (दिनेश प्रताप सिंह) को रूद्रप्रयाग का SDM बनाया है, जो कि भष्ट्राचार के मामले में जेल जा चुके हैं, पूरे मामला आम लोगों की समझ से भी बाहर है, सूत्रों का कहना है कि केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने जिला प्रशासन से एसडीएम डीपी सिंह को उनकी विधानसभा क्षेत्र में तैनाती न देने के लिए कहा है, ऐसे में एसडीएम डीपी सिंह जिले में ज्वाइंन ले चुके हैं, और कई बैठकों में भी शामिल हो चुके हैं लेकिन जिले के दोनों विधायक में से कोई भी नही चाहता कि उनकी तैनाती उनके विधानसभा क्षेत्र में हो, ऐसे में अबतक एसडीएम डीपी सिंह को जिला अधिकारी कार्यालय में ही रखा गया है, देखना होगा कि आने वाले समय में उन्हें रूद्रप्रयाग या केदारनाथ किस विधानसभा में तैनाती मिलती है। 

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