SPECIAL: पहाड़ चढ़ने को राजी नही डॉक्टरर्स! डॉ सकलानी ने पेश की मिसाल..

हरीश थपलियाल
हरीश थपलियाल
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों के कई ऐसे अस्पताल हैं, जहां आज तक सर्जन की नियुक्ति नही हुई, ओर जिस अस्पताल में सर्जन भेजे भी गए तो कुछ दिन बाद ही सर्जन साहब मैदानी जिलों में चल दिये। लेकिन उत्तरकाशी जिला अस्पताल में तैनात डॉ एसडी सकलानी ने सफलता की एक मिसाल कायम की है। उत्तरकाशी बाड़ाहाट निवासी डॉ सकलानी का जन्म 1964 में नई दिल्ली में हुआ था।। 80 के दशक में वर्ष 1988 में झांसी मेडिकल कॉलेज उत्तरप्रदेश से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की तत्पश्चात 1992 में मास्टर ऑफ सर्जरी की।
डॉ एसडी सकलानी राज्य के इकलौते ऐसे सर्जन हैं जो 18 साल सालों से पहाड़ों में तैनात हैं, जबकि सकलानी की अब तक राजकीय सेवा में  28 साल पूरे हो चुके हैं। उत्तराखंड बनने के बाद राज्य में काबिज कोई भी सरकार डॉक्टरों को पहाड़ चढ़ाने में नाकाम रही है। अलबत्ता डॉ सकलानी पिथौरागढ़, नरेंद्रनगर, दून अस्पताल, दून ऋषिकेश, कोरोनेशन में अब तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। खास बात ये है कि डॉ एसडी सकलानी ने ऋषिकेश में शिवा नंद चेरिटेबल अस्पताल में 7 साल तक निशुल्क काम किया और जरूरत मंद लोगों की सेवा की । ओर अब उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में सीनियर सर्जन के रूप में काम कर रहे हैं। साथ ही सीएमएस की भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। 
डॉ एसडी सकलानी ने बताया जीवन मे संघर्ष है इसे जीतना ही है। उत्तरकाशी सीमांत जिला है और यहां के लोगों का संघर्ष से गहरा नाता रहा है। मैं चाहता हूँ यहां रहकर में अपनों के बीच रहूं ताकि मुझे सेवा करने का अवसर मिले। बस जरूरत मंद लोगों की सेवा करता रहूंगा। डॉ सकलानी अब तक डेढ़ लाख सफल ऑपरेशन कर चुके हैं। उन्होंने स्टोन,प्रोस्टेट, हर्निया,रसोली,अपेंडिक्स,परफुरेशन, obstruction, थायराइड आदि के सफल ऑपरेशन कर चुके हैं। 

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