सरकारी तो सरकारी होता है ये भावना आखिर कब खत्म होगी, सरकारी धन से बनी किसी भी ईमारत या भवन Guest House का रखरखाव की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए, जैसे हम अपने घरों की रखरखाव की चिन्ता करते हैं काश ऐसी व्यवस्था बने कि लोगों के टैक्स के पैसों से बने सरकारी भवनो का रखरखाव भी उसी तरह हो, लेकिन जखोली में ऐसा होता नजर नही आ रहा है, यहाॅ सरकारी भवन लावारिश बने हुए हैं।
फोटो- मयाली में लावारिश हालत में लोक निर्माण विभाग का Guest House |
रामरतन पंवार/जखोली |
जखोली। मुख्य बाजार मयाली मे वर्षो पूर्व लोक निर्माण विभाग द्वारा अतिथि गृह Guest House का निर्माण करवाया गया ताकि आने जाने वाले राहगीरों को रात्री विश्राम की सुविधा मिल सके। इस गेस्ट हाउस का निर्माण तब करवाया गया था जब जनपद रूद्रप्रयाग टिहरी जिले मे था। जबकि टिहरी के समय इस गेस्ट हाउस Guest House की स्थिति तकरीबन ठीक थी। लेकिन रूद्रप्रयाग जिला बन जाने के बाद इसकी स्थिति और भी खराब हो गई। और धीरे धीरे मरमत्त व रखरखाव न होने के कारण खंडहर मे तब्दील होने लगा। कहानी सिर्फ इतनी ही नही है मयाली मे लोक निर्माण विभाग के तीन भवन है जिनकी स्थिति भी दयनीय बनी हुई है। इस गेस्ट हाउस Guest House के पुनर्निर्माण हेतु क्षेत्रीय प्रतिनिधियो सहित कई बार तहसील दिवसो, क्षेत्र पंचायतो की बैठको के माध्यम से पुनर्निर्माण हेतु प्रस्ताव शासन प्रशासन को भेजे गए यहां तक की मयाली मे केम्प कार्यालय खोले जाने के संबंध मे भी लिखा गया। लेकिन जनता की कौन सुनने वाला है
फोटो- मयाली में जर्जर हो रहे लोक निर्माण विभाग के भवन व Guest House |
आज आलम यह है कि पांच जून को भारी आंधी के चलते इस भवन की सारी छत उखड़ कर लापता हो गई। आखिर कब तक शासन प्रशासन लाखों खर्च कर बने भवनों की अनदेखी कर नुकसान झेलता रहेगा, ओर लोक निर्माण विभाग भी अपने सरकारी भवनो Guest House के प्रति लापरवाह बरता रहेगा।