फोटो- तो ये विधायक बन सकते हैं त्रिवेन्द्र सरकार के कैबिनेट मत्री! |
राजेश नेगी/पहाड़ी खबरनामा।
देहरादून। उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार में एक-दो नही बल्कि तीन कैबिनेट मंत्री के पद खाली पड़े है, सरकार में खाली पड़े तीन कैबिनेट मंत्री के पदों का असर सरकार पर भी दिख रहा है, ओर क्षेत्रीय असन्तुलन पर भी यही कारण है कि अब सरकार कैबिनेट में तीन खाली पड़े पदों पर ताजपोशी की तैयारी कर रही है, सूत्रों का कहना है कि तीन पदों में से दो कुमाऊ से और एक गढ़वाल से हिस्से आ सकता है।
उत्तराखंड में सरकार चाहे किसी की रही हो विधायकों को साधने के लिए कैबिनेट के एक-दो पद खाली मजबूरी सी लगती है, फिर चाहे पूर्वतवी हरीश रावत सरकार रही हो या फिर वर्तमान में त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार, दोनों ने ही विधायकों को साधने के लिए कैबिनेट मत्री बनाने के बजाय एक-दो पदों को खाली रख विधायकों को सपने दिखाकर खुश रखने की रणनीति पर ही काम किया है।
त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकर में सरकार के गठन से ही कैबिनेट मंत्री के 2 पद खाली रखे गये हैं, और अब मंत्री प्रकाश पन्त के दिवंगत हो जाने के बाद एक कैबिनेट का पद ओर खाली हो गया है। यानी अब कैबिनेट के कुल तीन पद खाली हो गये हैं।
त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकर में सरकार के गठन से ही कैबिनेट मंत्री के 2 पद खाली रखे गये हैं, और अब मंत्री प्रकाश पन्त के दिवंगत हो जाने के बाद एक कैबिनेट का पद ओर खाली हो गया है। यानी अब कैबिनेट के कुल तीन पद खाली हो गये हैं।
त्रिवेन्द्र सरकार बनने के बाद पहली बार खाली पड़े कैबिनेट मत्री के पदों को भरने के लिए सरकार में गंभीरता दिखाई दे रही है ओर अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही प्रदेश में तीन कैबिनेट मंत्री ओर जुड जायेगे।
सूत्रों का कहना है कि तमाम समीकरणों के गुणा भाग करने के बाद ये बात सामने आ रही है कि कुमाऊ से दो और गढ़वाल से एक विधायक की मंत्री बनने की लाॅटरी खुल सकती है, वैसे देखा जाए तो गढ़वाल में उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली जैसे जिलों से सरकार में कोई विधायक मंत्री नही है, जबकि पूरी टिहरी लोकसभा क्षेत्र से भी सरकार में कोई मंत्री नही है, ऐसे में सभी समीकरणों को टटोल कर ही अन्तिम फैसला लिया जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि तमाम समीकरणों के गुणा भाग करने के बाद ये बात सामने आ रही है कि कुमाऊ से दो और गढ़वाल से एक विधायक की मंत्री बनने की लाॅटरी खुल सकती है, वैसे देखा जाए तो गढ़वाल में उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली जैसे जिलों से सरकार में कोई विधायक मंत्री नही है, जबकि पूरी टिहरी लोकसभा क्षेत्र से भी सरकार में कोई मंत्री नही है, ऐसे में सभी समीकरणों को टटोल कर ही अन्तिम फैसला लिया जा सकता है।
सुत्रों के मुताबिक कुल 6 विधायक इस समय कैबिनेट मंत्री बनने की रेस में सबसे आगे हैं जिसमें से तीन गढ़वाल से और तीन कुमाऊ से है, गढवाल की बात करें तो विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चैहान, मसूरी विधायक गणेश जोशी और बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भटट् मंत्री बनने की रेस में सबसे आगे हैं, वही कुमाऊ की बात की जाए तो डीडीहाट विधायक व पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विशन सिंह चुफाल, कालाढूंगी विधायक वंशीधर भगत और खटीमा विधायक पूष्कर सिंह धामी खाली पडे कैबिनेट मंत्री के पद की रेस में सबसे आगे है। कुल मिलाकर देखा जाए तो इसके सिवाय भी किसी अन्य विधायक की लाॅटरी खुल सकती है लेकिन इसकी संभावना न के बराबर है।