उत्तरकाशी।।। सेब जेसे दिखने वाला फल परंतु उसका स्वाद अगर आड़ू और पुलम जैसे लजवाब हो तो आपका जानना लाजमी होगा कि यह कोंन सा फल है जो दों फलों जैसा स्वाद दे रहा है। जी हां यह फल विदेशी प्रजाति का है और नाम है नेक्ट्रिन। उत्तरकाशी जनपद के प्रखंड चिन्याली सौड़ स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में इस विदेशी फल की पैदावार देखी जा सकती है। यह फल निचले इलाकों के अलावा ऊंचाई वाले इलाकों में भी खूब अनुकूलित व् लाभप्रद है।
चिन्याली सौड़ में करीब 9 वर्ष पूर्व कृषि विज्ञान केंद्र में नेक्ट्रिन का पौधा लगाया गया था। समुद्र तल से 1500 मी. की ऊंचाई तक आसानी से पनपने वाला यह पौधा तीन साल बाद फल देना शुरू करता है। जनवरी, फरवरी में फ्लावरिंग होती है, मई, जून के अंत तक फल तैयार हो जाता है। यह फल बेहद रसीला व् आड़ू, पुलम जैसा दिखता है। नेक्ट्रिन में फाइबर, विटामिन ए, सोडियम, पोटेशियम भरपूर मात्रा में है। यह फल संस्करण के मायने से भी अच्छा है, इससे हम जूस, जैली, मुरब्बा तैयार कर सकते है। साथ ही अत्यधिक उत्पादन से खराब होने की स्थिति में इसका बेहतर विकल्प भी है। कृषि विज्ञान केंद्र इसकी जानकारी भी काश्त कारों को देता है।
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नेक्ट्रिन की कीपिंग क़्वालिटी बेहतर होने से किसान बिना किसी सावधानी बरते इसे स्टोर कर सकता है। नेक्ट्रिन विदेशी प्रजाति है, जनपद के काश्तकार धीरे- धीरे इस द्वी स्वादिया फल के प्रति जागरुक हो रहा है। इस फल को 30-40 रुपये किलो बाजार में बेचा जा सकता है।
डा. गौरव पपनै
कृषि वैज्ञानिक केवीके, चिन्याली सौड़ उत्तरकशी।
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नेक्ट्रिन से मुरब्बा,जैली, जूस ओबटेंड किया जाता है, जो आजीविका के अलावा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक। साथ ही इस फल की खासियत यह भी है कि इसकी पैदावार उंचाई हो या निचले इलाकों में भी समान रूप से होती है।
डा.पंकज नौटियाल
कार्यक्रम समन्वयक, केवीके