संजय शर्मा |
देहरादून। उत्तराखण्ड़ में दोनों राष्ट्रीय दलों बीजेपी-काॅंगेस में गुटबाजी हमेशा चरम पर रहती है, यही कारण है कि गाहे बाहे होर्डिग्स के जरीए ये सामने भी आती है, ऐसे में बीजेपी की प्रचण्ड जीत के बाद हल्द्वानी में लगे एक होर्डिग्स में बीजेपी में वर्षो से दबी गुटबाजी के अंकुर फिर दिखने लगे हैं, सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री बनाए जाने के बाद प्रदेश भी में उनके समर्थक उनको बधाईयां देने वाले होर्डिंग्स, पोस्टर व बैनर लगा रहे हैं, लेकिन हल्द्वानी में यही होर्डिंग्स अब विवाद का कारण बन रहे हैं, दरअसल हल्द्वानी में लगे पोस्टरों से सीएम त्रिवेंद्र रावत का फोटो ही गायब है।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में जहाॅ हरीश रावत-किशोर उपाध्याय गुट की गुटबाजी गाहे-बाहे सामने आती थी, वही बीजेपी की पूर्व सरकारों में भी खण्डूडी, कोश्यारी व निशंक गुटों के बीच कई बार गुटबाजी खुलकर सामने आई हैं, लेकिन त्रिवेन्द्र सरकार में अबतक ऐसा कुछ देखने को नही मिला था, लेकिन अब कुद अंकुर फुटते हुए दिख रहे हैं, कुमाऊँ के हल्द्वानी में कई स्थानों में मंत्री निशंक को बधाई देते होर्डिंग्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी के फोटो तो छापे गए हैं लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री का फोटो ही गायब है। होर्डिंग्स में सीएम त्रिवेन्द्र रावत की फोटो न होने से पार्टी की आंतरिक गुटबाजी से भी इसे जोड़कर देख रहे हैं। वैसे ये होल्डिंग स्थानीय नेताओं द्वारा लगाए गए हैं इश्लिये बड़े नेता इसे कार्यकर्ता पर भी डाल सकते हैं लेकिन ऐसे में ये एक संदेश भी है, कि उत्तराखंड में बीजेपी की राजनीति भविष्य में दो बड़े खेमों में बढ़ती नजर आ सकती है।