कर्णप्रयाग। उत्तराखंड का परिवहन विभाग एक बार फिर विवादों में हैं, ओर इस बार परिवहन विभाग की एआरटीओं पर तीर्थयात्रीयों से वसूली का आरोप लगा है, कुछ लोगों ने एआरटीओ का चालान काटते हुए एक विडियों वाइरल किया है....
विडियो को वाइरल करने वाले द्वारा बताया जा रहा है कि कर्णप्रयाग चमोली की एआरटीओ एलविन ने तीर्थयात्रीयों से गाडियों के कागज पूरे होने पर भी 500 रूपये की डिमान्ड कर रही है, पैसे न देने पर सभी कागज होने के बावजूद भी एआरटीओ चालान कर रही हैं।
इसके साथ ही एक अन्य तीर्थयात्री का दूसरे विडियों भी वाइरल किया गया है जिसमें तीर्थयात्री द्वारा एआरटीओ कर्णप्रयाग एलविन पर जबरन वसूली के आरोप लगाये जा रहे हैं, पहाड़ी खबरनामा दोनों ही वडियो दिखा रहा है, हांलांकि विडियो में तीर्थयात्री के आरोप सत्य हैं या नही इसकी पहाड़ी खबरनामा कोई पुष्टि नही करता लेकिन जिस तरह के एक के बाद एक कुल दो विडियो वाइरल हो रहे हैं उससे एक बात तो साफ है कि इस पूरे मामले में जांच की जानी चाहिए ताकि सत्य सबके सामने आए, सबसे पहले आप दोनों विडियो को देखिए-
विडियो वाइरल: सच/या झुठ! विडियों में सवालों के धेरे में परिवहन विभाग |
इसके साथ ही एक अन्य तीर्थयात्री का दूसरे विडियों भी वाइरल किया गया है जिसमें तीर्थयात्री द्वारा एआरटीओ कर्णप्रयाग एलविन पर जबरन वसूली के आरोप लगाये जा रहे हैं, पहाड़ी खबरनामा दोनों ही वडियो दिखा रहा है, हांलांकि विडियो में तीर्थयात्री के आरोप सत्य हैं या नही इसकी पहाड़ी खबरनामा कोई पुष्टि नही करता लेकिन जिस तरह के एक के बाद एक कुल दो विडियो वाइरल हो रहे हैं उससे एक बात तो साफ है कि इस पूरे मामले में जांच की जानी चाहिए ताकि सत्य सबके सामने आए, सबसे पहले आप दोनों विडियो को देखिए-
विडियो वाइरल: सच/या झुठ! विडियों में सवालों के धेरे में परिवहन विभाग
पहाड़ी खबरनामा इन दोनों विडियों में लगे आरोपो की सत्यता की पुंष्टि नही करता है, ये आरोप झुठे भी हो सकते हैं, लेकिन अगर इन आरोपों में 1 प्रतिशत भी सच्चाई है तो फिर इसमें कड़ा एक्शन लिया जाना चाहिए, क्योकि इससे परिवहन विभाग और प्रदेश की जीरो टोलरेन्स की सरकार ही नही बल्कि देवभूमि की यात्रा की छवि भी देश दुनिया के सामने धूमिल होगी, ऐसे में ये साफ किया जाना अत्यन्त आवश्यक है कि इन विडियों के पीछे की सच्चाई आखिर क्या है।