प्रशासन की कार्यवाही से पहले हुई बड़ी घटना।
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| आत्महत्या का प्रयास करने वाला मोहन प्रसाद मैठाणी |
घटना रूद्रप्रयाग जिले के ग्राम मक्कूमठ के चोपता तुंगनाथ में वन भूमि पर प्रशासन की कार्यवाही को लेकर हो रहे विरोध की है, तुंगनाथ जो कि तृतीय केदार के नाम से भी जाना जाता है। जहां कई स्थानीय लोग वर्षो से वन भूमि में कैम्प लगा अपना जीवन बसर कर परिवार पाल रहे हैं। लेकिन अब प्रशासन ने कल से यहां वन व राजस्व भूमि पर बने सभी टेंट व कैम्प तोड़ने का आदेश जारी किए हैं, ऐसे में सैकड़ो लोगों को बेरोजगारी का भय सताने लगा है। वही आज तो इस कार्यवाही के ठीक पहले कार्यवाही के भय से एक कैम्प संचालक ने आत्महत्या का प्रयास तक कर डाला।
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| फ़ोटो-प्रशासन के आदेश की कॉपी। |
आपको बतादें की चोपता में मोहन प्रसाद मैठाणी पुत्र चक्रधर मैठाणी उम्र 43 वर्ष पिछले काफी वर्षों से अपना अस्थाई टैन्ट लगाकर यात्रियों को ठहरनें की सुविधा मुहैया करा रहे है, जिससे कि उनके घर का खर्चा भी चल रहा है । लेकिन अब वो प्रशासन कल से चोपता में कार्यवाही करने वाला है जिसमें कई लोगों के टेंट टूट सकते हैं, जिसके भय से मक्कू के मोहन प्रसाद ने आत्महत्या करने की कोशिश की, अपने ही घर में गले में फन्दा डालकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की। शुक्र है कि समय रहते उनकी पत्नी को घटना की जानकारी हो गयी। जिससे कि उनका जीवन बच गया, मोहन प्रसाद मैठाणी बेहोशी की अवस्था में रूद्रप्रयाग अस्पताल में लाया गया, जहां से उन्हें श्रीनगर बेस अस्पताल के लिए रैफर किये गये हैं। कल 27 जून 2019 के दिन चोपता में प्रशासन की कार्यवाही होनी है ओर टेंटों को तोड़ा जाना है, लोगों का कहना है कि अपनी रोजी रोटी टूटने के भय से मोहन प्रसाद मैठाणी ने उक्त घटना को अन्जाम दिया है।

