सौभाग्य योजना में अनियमितताएं! आक्रोशित ग्रामीणों ने किया अवर अभियंता कार्यालय का घेराव

रायवाला के बाद अब हरिपुरकलां में सौभाग्य योजना में अनियमितताएं, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया अवर अभियंता कार्यालय का घेराव 
प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी सौभाग्य योजना को उर्जा निगम के अधिकारियों ने किस तर से पलीता लगाया इसके एक के बाद एक उदाहरण सामने आने लगे है। पहाड़ी खबरनामा ने जब सौभाग्य योजना में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों की पोल खोलनी शुरू की तो हरिपुकलां में भी योजना की आड़ में गडबड़झाले की बात सामने आयी। आक्रोशित ग्रामीणों ने अवर अभियंता कार्यालय का घेराव करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। 
प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी सौभाग्य योजना
फोटो-सौभाग्य योजना में घपले को लेकर अवर अभियंता कार्यालय का घेराव करते स्थानीय ग्रामीण। 
सौभाग्य योजना
महेश पंवार
रायवाला। प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी सौभाग्य योजना हर घर बिजली पहुंचाने की थी। लेकिन इस योजना की आढ़ में उर्जा निगम के अधिकारियों ने खूब चांदी काटी। अधिकारियों ने सौभाग्य योजना की आढ़ में अवैध प्लाटिंगों में तो विधुत पोल और कनेक्शन बांट दिए मगर जरूरतमंद आज भी योजना का लाभ पाने को तरस रहे है। बृहस्पतिवार को हरिपुरकलां से भी सौभाग्य योजना में हुए घपले की आवाज उठने लगी। आवेदन करने के महीनों बाद भी विधुत कनेक्शन न मिलने और कनेक्शन लगे बिना ही आवेदनकर्ताओं के घर विधुत बिल आ जाने पर ग्रामीण आग बबूला हो गए। 
गुस्साए ग्रामीणों ने एकत्र होकर अवर अभियंता कार्यालय का घेराव किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि उर्जा निगम के कर्मचारियों ने गरीब लोगों से सौभाग्य योजना के तहत कनेक्शन देने के नाम पर उनसे पैसे लिए गए हैं। लेकिन आवेदन करने के महीनों बाद भी उनके घर विधुत संयोजन नही लग पाया है। उनका आरोप था कि कई लोग एसे भी हैं कि जिनके विधुत कनेक्शन तो लगे नही मगर उनके बिजली के बिल आने शुरू हो चुके है। ग्रामीणों ने ऊर्जा निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाही करने की मांग की है। 
ग्राम प्रधान सतेंद्र धमान्दा ने बताया कि हरिपुरकलां में सौभाग्य योजना की आढ़ में घपला हुआ है। वहीं इस दौरान एक नया मामला भी सामने आया। ग्राम प्रधान का आरोप है कि ऊर्जा निगम आलाधिकारी एक भ्रष्ट अवर अभियंता को हरिपुरकलां में तैनात करने के लिए जोर लगा रहे है। जिसका ग्रामीणों ने खुलकर विरोध किया है। उन्होने बताया कि इस मामले में ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल विधानसभा अध्यक्ष से मिलेगा। साथ ही उन्होने बताया कि सौभाग्य योजना में हुई गडबड़ी की जांच की मांग मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से की जाएगी। इस बारे में पंचायत की बैठक में भी प्रस्ताव लाया जाएगा। घेराव करने वालों में ग्राम प्रधान सतेंद्र धमान्दा, दीपचंद कुकरेती, विनोद भट्ट, जीवन जोशी, विक्रांत भारद्वाज, राकेश भट्ट, डबल सिंह, शालिनी, नंदलाल, वीरेंद्र, नमिता, कार्तिकेय, रघुवीर, गजपाल असवाल, विजय शर्मा, मुकेश मनोड़ि, धर्मपाल सिंह, जयप्रकाश आदि रहे। 

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