देहरादून राजधानी से बाहर त्रिवेंद्र रावत सरकार की यह दूसरी कैबिनेट की बैठक है। इससे पहली त्रिवेंद्र सरकार ने टिहरी झील में भी कैबिनेट की बैठक कर चुके हैं ओर अगर पुराना इतिहास देखा जाए तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक हरिद्वार में, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा गैरसैंण में और पूर्व सीएम हरीश रावत हरिद्वार, अल्मोड़ा और केदारनाथ में कैबिनेट की बैठकें कर चुके हैं।
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| पहली बार पौड़ी में त्रिवेंद्र सरकार की कैबिनेट |
पहली बार पौड़ी में त्रिवेंद्र सरकार की कैबिनेट, इन 11 प्रस्तावों पर लगी मुहर!
राजेश नेगी।
पौडी । पौड़ी कमिश्नरी के 50 साल पूरे होने पर स्वर्ण जयंती समारोह के तहत मण्डल मुख्यालय में पहली बार पौड़ी में त्रिवेंद्र सरकार की कैबिनेट की बैठक हुई, बैठक में शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय के सिवाय बाकी सभी मंत्री उपस्थित रहे, बैठक की शुरुआत में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के बेटे अंकुर की असामायिक मृत्यु पर दो मिनट का मौन रखा गया। मंत्रिपरिषद की बैठक में 11 पर मुहर लगायी गई।
वैसे मंत्रिमंडल की बैठक में आज 13 बिंदुओं पर चर्चा की गई। जिसमें से 11 प्रस्तावों पर मंत्रीमण्डल की सहमति के बाद मुहर लगी। पौड़ी में त्रिवेंद्र सरकार की कैबिनेट की बैठक में रोजगार और स्किल डेवलपमेन्ट, मंडी समिति में रिवॉल्विंग फंड को स्वीकृति, पर्यटन विकास परिषद के साहसिक पर्यटन अधिकारी के वेतनमान के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाने, चैखुटिया को नगर पंचायत का दर्जा देने, देहरादून के पुरकुल तक मसूरी रोपवे का निर्माण पीपीपी मोड में देने पर, 692 लाख 77 हजार पौड़ी में ल्वाली झील के लिये स्वीकृत, किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उत्पाद खरीदने, उत्तराखंड दिव्यांगजन अधिकार नियमावली-2019, परिवहन विभाग की सड़क सुरक्षा के लिए गठित लीड एजेंसी के पुनर्गठन, पौड़ी के देवार में एनसीसी एकेडमी के लिए 3.66 हेक्टेयर जमीन फ्री में दिए जाने और देहरादून सचिवालय के विस्तारीकरण के लिए सचिवालय से लगी 4.031 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहित न करने के प्रस्तावों पर मुहर लगी।वहीं पौड़ी में त्रिवेंद्र सरकार की कैबिनेट की बैठक में तीन मुद्दों पर चर्चा हुई। जिसमें ग्रामीण विकास एवं पलायन, पेयजल एवं स्वच्छता और कौशल विकास शामिल रहे। इस बाबत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार को सुबह 10 बजे प्रेस कांफ्रेस करेंगे। सुबह 11 बजे से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हुई। जिसमें शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय को छोड़कर उत्तराखंड सरकार के तमाम मंत्री मौजूद रहे। इसके बाद मंत्रिमंडल की बैठक हुई। वहीं बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने रांसी में पौधरोपण किया। बताया गया कि श्बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओश् योजना के तहत इन पौधों का नाम बालिकाओं के नाम पर रखा जाएगा। जबकि पौधों की देखभाल बालिकाओं की माताओं द्वारा की जाएगी। यह पहली बार है जब मंत्री परिषद और मंत्रिमंडल की बैठक एक ही दिन रखी गई है।
