तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के खुले कपाट, कपाट खुलते ही सामने आर्यी कई समस्याऐं।

lord shiva temple in himalya
तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के खुले कपाट
हरीश चन्द्र/तुंगनाथ। 
केदारनाथ के बाद अब तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट भी भक्तों के लिए आज खुल गये,  रावण शिला के ऊपरी हिस्से में प्रकृति के सुन्दर छटाओं के बीच विराजमान भगवान तुंगनाथ के कपाट आज दोपहर 12 बजे भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली तुंगनाथ पहुची, उत्सव डोली के धाम पहुंचते ही सम्पूर्ण तुंगनाथ धाम भगवान तुंगनाथ के जयकारों से गुंजायमान हो गया, जिसके बाद पौराणिक परम्पराओं व विधि विधान से श्रद्वालुओं के दर्शनार्थ खोल दियें गये हैं, कपाटोदघाटन के पावन अवसर पर सैकड़ो श्रद्वालुओं ने भगवान तुंगनाथ के स्वयंभू लिंग की पूजा-अर्चना की, तुंगनाथ धाम के कपाट खुलते ही धाम में विगत 6 माह से पसरा सन्नाटा टूट गया है, बाबा केदार के कपाट खुलने के बाद कई श्रद्धालु सीधे तुंगनाथ पहुचे और भगवान तुंगनाथ के कपाट खुलने के भी गवाह बने। 
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तृतीय केदार बाबा तुगनाथ की चल विग्रह उसत्व डोली सुबह 8 बजे चोपता से अपने पौराणिक निशाणो व हक हक्कुधारियो के साथ अपने धाम तुंगनाथ में पहुँची, जहाँ बाबा के 6 माह के लिये ठीक 12 बजे पूजा अचर्ना व बाबा तुगनाथ की चल विग्रह उसत्व डोली ने मन्दिर की परिक्रमा कर  विधि विधान के साथ बाबा के कपाट कपाट खोल दिए गये, कपाट खुलते ही सैकड़ो श्रद्धालुओं ने किये बाबा तुंगनाथ के दर्शन किए। 
सैकड़ो श्रद्वालुओं ने तुंगनाथ की पूजा अर्चना कर पुण्य किया अर्जित। 
मन्दिर में बाबा के पूजा अचर्ना करने वाले पुजारी रविन्द्र मैठाणी जी ने बताया इस बार बाबा के दर्शन के लिये अधिक संख्या में  श्रद्धालुओं व भक्तजन बाबा के दर्शन के लिये आ रहे है अभी तक 300 श्रद्धालुओं ने बाबा के पूजा अचर्ना के साथ दर्शन किए हैं, कपाट खुलने के बाद परम्परानुसार मठाधिपति राम प्रसाद मैठाणी ने भगवान तुंगनाथ के स्वयंभू लिंग का अभिषेक, जलाभिषेक, रूद्राभिषेक कर आरती उतारी तथा उसके बाद कई सैकडों श्रद्वालुओं ने भगवान तुंगनाथ के दर पर मत्था टेककर पुण्य अर्जित किया। (ज्नदहदंजी ज्मउचसम ) कपाट खुलने के बाद श्रद्वालुओं को कपाट बन्द होेते समय भगवान तुंगनाथ के स्वयंभू लिंग को 6 माह पूर्व समाधि दी गयी ब्रह्नमकमल, भृगराज, चन्दन व भस्म को प्रसाद स्वरूप वितरित किया गया, वही श्रद्धालुओं ने तुगनाथ धाम की व्यवस्थाओ के बारे में बताया कि धाम में पानी के साथ कई अन्य समस्यायें हैं, जिससे श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हो रही है इन समस्याओं का जल्द से जल्द व निराकरण होना चाहिए, वही कपाट खुलने के पावन अवसर पर रमेश पोखरियाल निशंक जी ने भी अपने सम्पूर्ण परिवार के साथ बाबा के दर्शन किये इस मौके पर पुजारी मुकेश मैठाणी, पंकज मैठाणी, जय कृष्ण मैठाणी, विजय भारत, ऋषि सेमवाल, कैलाश राणा, शशि सेमवाल, कैलाश पुष्पाण,  सहित समस्त श्रद्धालुओं व हक हक्कूधारियो ने बाबा के दर्शन किये।
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