करोड़ों की योजनाऐं पर फिर गर्मी शुरू होते ही ऊखीमठ में पेयजल संकट...

ukhimath
हरीश चन्द्र
नगर पचायत व पंचकेदार गददी स्थल ऊखीमठ में गर्मीे बढ़ने के साथ ही पानी का संकट गहराने लगा है, तहसील मुख्यालय की करीब सात हजार आबादी को पर्याप्त पानी नही मिल पा रहा है, नगर के कई हिस्सों में जलापूर्ति प्रभावित होनी लगी है, जिस कारण लोग प्राकृतिक जल स्रोतों की ओर दौड़ लगा रहे है। वर्ष 1994-95 में जलनिगम द्वारा तहसील मुख्यालय के लिये 14 किमी लम्बी पिगला पानी पेयजल योजना का निर्माण किया गया था, इस योजना पर लगभग 9 किमी तक 2.5 इंच मोटे ओर शेष 5 किमी पर 2 इंच मोटे पाइप लगाये थे।
वर्तमान में करीब नगर क्षेत्र में सौ से भी अधिक निजी कनेक्शन है जिस कारण कई हिस्सों में नियमित पानी की सफ्लाई नही हो पा रही है। जलनिगम द्वारा कुछ वर्ष पूर्व वैक्ल्पिक व्यवस्था के तौर पर पाली फाफज पेयजल योजना का निर्माण किया गया लेकिन इस योजना का भी कुछ लाभ उखीमठ वासियों को नही मिल पा रहा है, जिस कारण नगर पंचायत के कई हिस्सों में ग्रामीण पेयजल संकट से जूझ रहे है। पानी की समस्या से स्थानीय व्यापारियों का कारोबार करने में भी भारी परेशानी हो रही है। साथ ही ग्रामीणों की पेयजल की समस्या बनी है। इस समस्या को देखते हुये व्यापार सघ के सचिव महेश बर्तवाल, पूर्व प्रमुख एल पी भट्ट, किशन बगवाड़ी, विनोद सिंह, का कहना है कि यात्रा सीजन के चलते एक तरफ शासन प्रशासन करोड़ो पैसे खर्च कर रहा है और वही दूसरी ओर ऊखीमठ में पेयजल योजना की समस्या के ग्रामीणो में पानी की समस्या बनी हुई है। जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी इस परेशानी से झूझना पड़ रहा है। वही दूसरी ओर नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने बताया कि नगर में पानी की समस्या का जो संकट बना है व बहुत जल्द दूर होने वाली है नगर पंचायत द्वारा पिगला पानी की 8 करोड़ 5 लाख रुपये की पानी की योजना वित्तीय स्वीकृति हुई है जिससे बहुत जल्द नगर पंचायत ऊखीमठ में हर घर तक भरपूर पानी मिलेगा। नगर पंचायत अध्यक्ष ने लोगों से पानी का दुरूप्रयोग न करने की भी अपील की। 

खबर पर प्रतिक्रिया दें 👇