रुद्रप्रयाग में विपणन की व्यवस्था नही, खेतों में खराब हो रहा मटर।

किसान अपनी कड़ी मेहनत व खून पैसे से नगदी फसलों का उत्पादन तो करता है लेकिन समय पर विपणन की व्यवस्था न होने से किसान की मेहनत बेकार चली जाती है, ऐसे में काश्तकार की खेतीबाड़ी से मोह भंग ही होगा।

रुद्रप्रयाग जिले के नाला गांव में किसानों ने अपनी कड़ी मेहनत से मटर की खेती की, मौसम मेहरबान रहा और देखते ही देखते किसानों के खेत मटर से भर गए, लेकिन किसानों के सामने मुसीबत यह है कि आखिर उत्पादित मटर को वो कहा लेजाकर बेचें, ग्राम प्रधान नाला वीरेंद्र सिंह का कहना है कि इस बार उनके छोटे से गांव में करीब 12 क्विंटल मटर का उत्पादन हुआ, जिसमें से करीब 5 क्विंटल मटर काश्तकारों ने आसपास के बाजारों में बेच दिया, लेकिन अब बचे हुए 7 क्विंटल मटर विपणन की व्यवस्था न होने से खेतों में ही पड़ा हुआ खराब होने लगा है।
 ग्राम प्रधान नाला वीरेंद्र सिंह ने डीएम रुद्रप्रयाग से मांग की कि उनके उत्पादित मटर की विपणन की व्यवस्था की जाए ताकि किसानों को उत्पादन का उचित लाभ मिल सके, वही किसानों की मांग का सोशियल मीडिया पर ही डीएम मंगलेश घिल्डियाल ने भी संज्ञान लेकर तुरंत विपणन की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।

देश भर में आज ऑर्गेनिक खेती की बड़ी डिमांड है ओर पहाड़ में ऑर्गेनिक खेती होने के बावजूद भी किसानों को लाभ नही मिल पा रहा है, ऐसे में सरकार को चाहिए कि पहाड़ में विपणन की उचित व्यवस्था करवाये ताकि काश्तकारों का खेती के प्रति रुझान बढ़ सके।

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