नरेन्द्रनगर में रामलीला- रावण-अंगद संवाद रहा आकर्षण का केंद्र..
नरेंद्र नगर। श्री रामलीला समिति के तत्वावधान में पालिका के रामलीला मैदान में 1 नवंबर से प्रारंभ प्रभु श्री राम की लीला के मंचन की अष्टम रात्रि को श्वेत बंध रामेश्वरम में सेतु निर्माण हेतु विधि विधान से पूजन, रावण दरबार, समुद्र लीला व रावण- अंगद संवाद दृश्यों का मंचन किया गया। अष्टम रात्रि की लीला के दृश्यों में रावण-अंगद संवाद आकर्षण का केंद्र रहा।
रामेश्वरम पूजन दृश्य के साथ लंका पर चढ़ाई से पूर्व प्रभु श्री राम ने समुद्र तट पर भगवान शिव की स्तुति पर युद्ध में विजय का आशीर्वाद मांगा जिसके बाद नल- नील की अगुवाई में समस्त वानर सेना ने विशाल समुद्र के ऊपर राम नाम से अंकित पत्थरों से सेतु का निर्माण किया। अगले दृश्य में राम दूत अंगद ने रावण दरबार में पहुंचकर शांति प्रस्ताव देते हुए माता सीता को ससम्मान लौटाने की अपील की तो अहंकार में चूर रावण ने श्री राम सहित पूरी वानर सेना को मौत के घाट उतारने की क्रूरतम चेतावनी दे डाली।
रावण को युद्ध करने की मुद्रा में देख राम दूत अंगद ने रावण दरबार में जय श्री राम के उद्घोष साथ रावण और राक्षसों को ललकार ते हुए कहा कि राक्षसों की सेना में कोई भी बलशाली योद्धा राक्षस यदि उसका पैर तक हिला देगा तो श्रीराम युद्ध में हार स्वीकार कर लेंगे, इसके बाद रावण दरबार में एक से बढ़ कर एक बलशाली राक्षस योद्धा, जिनमें रावण के पुत्र मेघनाथ भी शामिल हैं ,अंगद का पैर उठाने को पूरी ताकत झोंक देते हैं मगर वे अंगद के पैर को हिला तक नहीं सकते।
यह सब देखकर रावण का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है और वह अपने सिंहासन से उतर कर अंगद के पैर हिलाने को आगे बढ़ता ही है कि अंगद ने रावण को रोकते हुए श्रीराम के चरण छूने की नसीहत दे डाली। अंगद-रावण संवाद दृश्य का मंचन बहुत ही प्रभावपूर्ण रहा जिसकी दर्शकों ने प्रशंसा की है।
पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार ने श्री प्रभु राम की लीला के बेहतर मंचन के लिए रामलीला समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद जोशी सहित उनकी टीम व कलाकारों की सुंदर कला प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए दर्शकों का भी आभार जताया है।
लीला समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद जोशी, सचिव धूम सिंह नेगी, मंच निर्देशक रमेश असवाल व दिनेश कर्णवाल, उद्घोषक ऋतुराज सिंह नेगी व महेश गुसाईं सहित हारमोनियम पर राकेश बहुगुणा तथा तबले पर जय सिंह के अलावा बेहतरीन कलाकारों में शैलेंद्र नौटियाल, पवन कुमार ड्यूंडी, आकाश नेगी, हिमांशु जोशी, अखिलेश, अभिनव पुंडीर, विकास उनियाल, हिमांशु रयाल, विनोद गंगोटी, प्रकाश ड्यूंडी, मनोज गंगोटी, मनोज भंडारी, सुरेंद्र थपलियाल की मेहनत ने लीला का रंग दर्शकों पर जमा दिया है। यही कारण है कि लीला में भारी भीड़ जुट रही है।