हरीश थपलियाल/ उत्तरकाशी।।। किसे गली क्रिकेट पसंद नहीं है, या यूं कहे कि कौन गली क्रिकेट को पंसद नहीं करता। शायद स्कूल और कॉलेज के दिनों में अगर शाम को गली क्रिकेट ना खेले तो अधूरा लगता था। हम सभी को याद होगा कि गली क्रिकेट में अलग-अलग नियम होते थे जो हम खुद बनाते थे और जिसका सभी ने अपने बचपन में मजा उठाया है। दरअसल क्रिकेट की ट्रेनिंग और क्रिकेटरों का जुनून गली क्रिकेट से ही शुरु होता है।
गली क्रिकेट के खेल में बरसात और खराब मौसम का कोई मतलब नहीं होता है क्योंकि बारिश में गीली गेंद से खेला जाता है। बॉल टेनिस की होती है और कभी-कभी प्लास्टिक की होती है। दुनिया में कई ऐसे क्रिकेटर्स हैं जिन्होंने गली क्रिकेट से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का सफर तय किया है। हम सचिन तेंदुलकर की बात करें या फिर महेंद्र सिंह धोनी की.... इसी से प्रेरणा लेकर बीते दस सालों से उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ स्थित बड़ेथी के ग्रीन पार्क में क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता रहा है। इस बार तो बड़ेथी की क्रिकेट समिति के संरक्षक मनोज कोहली,अध्यक्ष सुमन बडोनी के अथक प्रयासों से रात्री कालीन मैच का आयोजन किया गया था। जिसमें जनपद की दर्जनों युवा खिलाड़ियों की टीम ने प्रतिभाग किया। रात्री कालीन मैच का उद्देश्य ये था की दूर-दराज के ग्रामीण युवाओं के प्रति आत्म विश्वास बड़े, ताकि बड़े स्तर पर भी क्षेत्र के युवा अपनी परफॉर्मेंस दे सकें।
बड़ेथी के ग्रीन पार्क में आयोजित रात्रिकालीन मैच का समापन हो चुका है। फाइनल मैच में नागराजा क्लब बड़ेथी और धर्मराज 11 के बीच खेला गया। जिसमें नागराजा क्लब ने धर्मराज 11 को तीन विकेट से हराया।
विजेता टीम को 21 हजार रुपये पुरुष्कार दिया गया। साथ ही उप विजेता टीम को 11 हजार रुपये का सम्मान दिया गया।
फाइनल मैच में मैन ऑफ द मैच मनोज भंडारी, मैन ऑफ सीरिज शेषनाथ शर्मा को दिया।
इसके अलावा डे नाईट मैच में अखिल राणा, बॉबी रमोला,अंकित रमोला, नीरज रावत, अंकित पंत, सुमन भारती, युगल बडोनी आदि खिलाड़ियों ने अपनी बेस्ट परफॉर्मेंस दी। इन सबके बीच बड़ेथी व्यपार मंडल के अध्यक्ष राकेश मेहरा ने बताया की क्रिकेट तो रोमांचक खेल है हीं इसे खेलने के कई सारे स्वास्थ्य लाभ भी है। क्रिकेट आपको शारीरिक व मानसिक दोनों रूपों में स्वस्थ रखता है। क्रिकेट टूर्नामेंट में बड़ेथी व्यापार संघ हमेशा से ही युवा साथियों के साथ खड़ा है। डे नाईट क्रिकेट मैच के आयोजन के लिए सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कोहली, सुमन बडोनी का शुक्रिया की उन्होंने हर बार की तरह इस बार भी क्रिकेट मैच का सफल आयोजन किया है। इसके लिए उन्हें शुभकामनाएँ।।
क्रिकेट मैच में विशेष सहयोग परमेन्द्र बडोनी, कर्मवीर रावत, जुगल बडोनी, विवेक , कंचन, प्रवीण अरविंद एवं रोहन नेगी, सुरेन्द्र सिंह आदि का रहा।।
1-1रन चुराना।।।
-----------------------------------
क्रिकेट में एक-एक रन भाग कर बनाना एक कला है। जैसे चौके और छक्के मारने के लिए क्षमता होनी चाहिए। अकसर देखा गया की है कि जब क्रिकेट में दबाव बल्लेबाजों पर होता है तो कोच सिर्फ सिंगल्स लेने के लिए कहते है जिससे स्कोरबोर्ड चलता रहे।
बल्लेबाज के आस-पास जब खिलाड़ी खड़ा हो तो एक रन चुराने के लिए काबिलियत होनी चहिए। जैसे ढीले हाथों से गेंद को बल्ले से लगाना और अपने साथी खिलाड़ी के साथ एक रन तेजी से लेना।
गली क्रिकेट में समय सीमा नहीं होती। 4-5 नजदीकी खिलाड़ी होते हैं जिनको एक रन रोकने के लिए लगाया जाता है। क्रिकेट के खेल में एक बड़ी कुशलता है कि अपने साथी खिलाड़ी के साथ ताल-मेल सटीक होना चाहिए जिसके चलते आसानी से रन लिए जा सके।
ये थी गली क्रिकेट की तीन खूबियां जिससे हम बेखबर रहते है। जैसे ढीले हाथों से खेलना, साथी खिलाड़ी के साथ रन लेना और रन लेते वक्त तेजी दिखाना।
