चंद मिनटों में दरक गए साढ़े नौ करोड़ की लागत से तटबंध के पीलर, दरक गयी सुरक्षा दीवार बह गए तार-जाल, सौंग नदी के मामूली बहाव को नही सह पाई बाढ़ सुरक्षा दीवार
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| फोटो-सौंग नदी में आए उफान के बाद बहे तार जाल। |
महेश पंवार/रायवाला।
मूसलाधार बारिश के बाद सौंग और गंगा नदी उफान पर बह रही है। सौंग नदी का जलस्तर बढ़ने से गौहरीमाफी में बनायी गयी सुरक्षा दीवार भी बह गयी है। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश ने बाढ़ सुरक्षा कार्यों में गुणवत्ता की पोल खोल दी है।
गौहरीमाफी गांव को सौंग नदी में आने वाली बाढ़ से बचाने के लिए साढ़े नौ करोड़ की लागत से तटबंध का निर्माण किया जा रहा है। चैंकाने वाली बात यह है कि गांव की सुरक्षा के लिए बनाए जा रहे आरसीसी के पीलरों को ही सुरक्षा की जरूरत पड़ने लगी है। सौंग नदी के पानी से तटबंध के कई पीलर दरक गए हैं और बिछाए गए तार-जाल बहकर पानी मे समा गए हैं। गौहरीमाफी गांव की सुरक्षा के लिए बनी बाढ़ सुरक्षा दीवार दरकने से लोगों को फिर से बाढ़ का डर सताने लगा है।

वहीं ग्रामीणों ने बाढ़ सुरक्षा कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इसकी जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि इसी तरह से बाढ़ सुरक्षा दीवार दरकती गयी तो गांव में किसी बड़ी अनहोनी से इंकार नही किया जा सकता है। आपको बता दें कि बारिश के थम जाने के बाद नदी का जलस्तर काफी घट गया था। लेकिन जिस तरह से तटबंध के पीलर दरक रहे हैं और तार जाल बह रहे हैं इससे गांव के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
