SPECIAL:अधिकारियों के लिए सोने के अण्ड़े देने वाली मुर्गी है रूद्रप्रयाग की ये नहर..

लस्तर नहर
फोटो- रूद्रप्रयाग जिले की सबसे लम्बी लस्तर नहर।

रामरतन पंवार
रामरतन पंवार
जखोली। रूद्रप्रयाग के जखोली प्रखंड के अन्तर्गत वर्ष 1974-75 मे करोड़ों रुपए की लागत से बनायी गयी जिले की सबसे लम्बी नहर जिसकी लम्बाई 21 किमी है, लस्तर नहर की लम्बाई पहले 19 किलोमीटर थी, लेकिन तीन वर्ष पूर्व लस्तर नहर का लगभग दो किलोमीटर विस्तारीकरण किया गया, ओर अब लस्तर नहर की लम्बाई 21 किमी हो चुकी है। इस नहर से बांगर, सिलगढ, तथा लस्या पट्टी के लगभग दो दर्जन से अधिक गाँवो के खेतो की सिंचाई की जाती है। लेकिन आलम यह है कि सिंचाई विभाग द्वारा खेतो की रोपाई के समय नहर पर मरम्मत का कार्य शुरू करवाया जाता है जिससे काश्तकार समय पर अपने खेतो की रोपाई नही कर पाते है। काश्तकारों का कहना है कि हर साल सिंचाई विभाग द्वारा लस्तर पर लाखो रूपये की लागत से मरम्मत कार्य करवाये जाते है लेकिन  नहर पर इतना पानी नही चलाया जाता कि हर साल नहर को मरम्मत की जरूरत पड़े, ऐसा लगता है जैसे कि नहर पर मरम्मत कार्य केवल बजट को खपाने के लिए किया जाता है, लस्तर नहर पर हर साल होने मरम्मत कार्य ओर उसके बजट की जांच होनी चाहिए।
काश्तकारों का कहना है कि जल्द ही धान की रोपाई का सीजन शुरू होने वाला है ऐसे में समय पर काश्तकार को पानी मिलना चाहिए, नही तो लस्तर नहर काश्तकारों के लिए उपयोगी साबित हो या नही लेकिन अधिकारियों के हित जरूर सध रहे हैं, मरम्मत के नाम पर अधिकारियों के लिए लस्तर नहर सोने के अण्डे़ देने वाली मुर्गी साबित हो रही है। 

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