Breaking News : विदेश में फंस गये ये दो उत्तराखण्ड़ी, आखिर कैसे.. पढिए

होटल में नौकरी करने के लिए वियतमान गये टिहरी के दो युवक वियतमान में ही बिना पैसों के फसे हुए हैं, दोनों युवकों के परिजनों ने सरकार से अपने बच्चों को घर लाने की लगाई गुहार लगाई है, वही सामाजिक कार्यकर्ता रोशन रतूड़ी दोनों यूवकों के सम्पर्क में हैं और हर सम्भव मदद की कोशिश कर रहे हैं
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सुर्दशन सिंह पंवार
आस्ट्रलिया
Breaking News : दो जून की रोजी-रोटी की तलाश में वियतमान गये टिहरी के दो युवक होटल मालिक के वजह से वही फंस गये हैं दरअसल प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरी कहानी ये है कि टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र के मेंडू सिंदवाल गांव के 2 युवा वर्ष 2018 में होटल में नोकरी करने के लिए वियतमान गए थे, वियतनाम में वेा एक होटल में काम करने लगे, दोनों युवकों की दिक्कतें जब बढ़ गयी जब होटल मालिक ने बीते 6-7 महीनों से दोनों युवकों की सेलरी नही दी और दोनों यूवकों के लिए सबसे बड़ा झटका ये था कि अब होटल मालिक ने होटल बन्द कर दिया है, जिससे दोनों युवक वियतनाम में ही बिना पैसों के फंस गए है, उनके परिजनों ने सरकार से गुहार लगाई है कि  सरकार उनके बच्चों को जल्द घर वापस लेकर आये। दोनों यूवक भिंलगना विकासखण्ड़ के गढ़-सिंदवागांव , के है, यूवकों का नाम मानवेंदर सिंह पुत्र- पूर्ण सिंह ओर सूरत सिंह पुत्र- बैसाख सिंह है बीते वर्ष 2018 मई में ये वियतनाम ऐयर पोर्ट पहुँचे थे, एयरपोर्ट पर इन्होंने एक आदमी का भारतीय मुद्रा के हिंसाब से 4500 रूपये दिया, (डालर मे 26 ) रूपये दिये, जो कि दोनों यूवकों ने मल्टीप्लाई वीजा की फीस दी थी, दोनो यूवकों ने एयर टिकट भी अपने पैसे से ही खरीदा था। 
एजेन्ट शीशपाल सिंह चौहान ने भी लुटा
Breaking News :विदेश मे फंसे टिहरी के दोनों यूवकों के मेहनत की कमाई होटल मालिक ने तो हड़प कर ही ली लेकिन एक एजेन्ट जिसका नाम शीशपाल सिंह चौहान है उसने भी दोनों यूवक से 30-30 हजार रूपये खा लिया, एजेन्ट ने दोनों यूवकों को विदेश में नौकरी के बड़े-बडे सपने दिखाकर झांसा दिया था कि एजेन्ट शीशपाल सिंह चौहान ने दोनों यूवकों को झांसा दिया कि वर्क परमिट बीजा के साथ ही दोनों वियतनाम में ऊची तरख्वाह पर नौकरी दिलवाउगा, लेकिन हकीकत ये है कि एजेन्ट शीशपाल सिंह चौहान ने ही सबसे पहले दोनों यूवकों को धोखा दिया, एजेन्ट शीशपाल सिंह चौहान ने सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह को न ही वादे के अनुसार वर्क परमिट वीजा दिया, और तो ओर कई महीनों की मेहनत वाली नौकरी का मेहनताना भी नही दी, ओर ना ही सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह को वहाॅ रहने की कोई व्यवस्था करवाई। 
फिर मददगार बन रहे सामाजिक कार्यकता रोशन रतूड़ी 
Breaking News : विदेश में एजेन्टो की कालगुजारी के कारण फंस जाने वाले यूवकों के लिए देवदूत बन चुके रोशन रतूड़ी एक बार फिर वियतमान में फंस चुके टिहरी के सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह के लिए मददगार साबित हो रहे हैं, सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह की सुध लेने वाला न ही भारत का कोई नेता है न ही उत्तराखण्ड़ का, किसी ने भी सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह की सुध अब तक नही ली, लेकिन रोशन रतूड़ी ने एक बार फिर सिद्ध किया कि विदेशों में फसने वाले युवकों के सबसे बडे मददगार रोशन रतूड़ी ही हैं। रोशन रतूडी का कहना है कि वियतनाम में फँस हुए टिहरी के दोनों यूवक सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह मेरे सम्पर्क मे हैं जैसे ही मुझे दोनों के बारे में पता चला मैने तुरन्त दोनों से सम्पर्क किया, और जबसे दोनों युवक मेरे सम्पर्क में हैं तब से दोनों की मदद का प्रयास लगातार जारी है, मैने इस सम्बन्ध में एजेन्ट से भी बातचीत की है, एजेन्ट ने मुझे लिखकर दिया है कि सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह की सेलरी दे दूगा, एजेन्ट ने मुझसे कहा है कि जैसा आप बोलेगे मैं करने को तैयार हु, जिसके बाद मैनें सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह का पूरा हिसाब किताब तनख्वाह सहित एजेन्ट को देने को कहा है, जिसके बाद उनसे लिखित में मुझे दिया है, जिसकी काॅपी मेरे पास मौजूद है, एजेन्ट से मैने सूरत सिंह और मानवेन्द्र सिंह के पासपोर्ट भी दोनो यूवकों को दिलवा दिए हैं, अभी आगे भी लगातार बातचीत जारी है। 

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