उत्तराखंड के वित्त, आबकारी, पेयजल, संसदीय कार्यमंत्री जैसे कई महत्वपूर्ण विभागों का जिम्मा संभालने वाले जनप्रिय मंत्री प्रकाश पंत का कैंसर की लंबी बीमारी के बाद अमेरिका में निधन हो गया, मंत्री प्रकाश पंत का अमेरिका में उनका इलाज किया जा रहा था, मंत्री पंत के निधन के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गयी, आम हो या खास सब उनके निधन की सूचना के बाद से से हक्के बक्के रह गए,
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिवंगत प्रकाश पंत के निधन पर दुख जताते हुए तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है, शोकस्वरूप शासकीय संस्थान भी बंद रहेंगे, सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया कि प्रकाश पंत का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से अपूर्णीय क्षति है। उनके निधन से हमारा तीन दशक पुराना साथ यादों में रह गया है।
आपको बतादें कि प्रकाश पंत अपने पीछे पत्नी एक पुत्र व दो पुत्रियों को छोड़ गए हैं, वह पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे, और कुछ दिन पहले ही उनको ईलाज के लिए दिल्ली से अमेरिका ले जाया गया था, जहां बुधवार शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली, उनके निधन की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर फैल गई। उनके निधन पर सरकार ने गुरुवार को प्रदेश के सभी सरकारी व अर्द्धसरकारी कार्यालयों में अवकाश रखने के साथ ही तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान सभी कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे।
दिवंगत मंत्री पंत का राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार।
दिवंगत प्रकाश पंत की अंत्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी, हालांकि उनके पार्थिव शरीर को अमेरिका से आने में चार से पांच दिन का समय लगने का अनुमान लगाया जा रहा है। संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत काफी समय से कैंसर बीमारी से जूझ रहे थे, इसी साल फरवरी में बजट सत्र के दौरान बजट भाषण प्रस्तुत करते हुए वह दो बार बेसुध हो गए थे। तब उनके बीमार होने की बात पहली बार सामने आई थी, पहले देहरादून में उनका इलाज शुरू हुआ और इसमें कैंसर की बात सामने आई थी, फिर उन्हें नई दिल्ली स्थित राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया, यह कुछ दिनों के इलाज के बाद उनके इलाज में सुधार आया और वह देहरादून वापस आ गए थे, कुछ दिनों बाद तबीयत बिगडऩे पर उन्हें फिर से दिल्ली ले जाया गया था। बीते माह 29 मई को वह इलाज के लिए टेक्सास, अमेरिका गए। जहां से उनके निधन की खबर आई।
दिवंगत मंत्री पंत का राजनीति सफरनामा
मृदुभाषी व बहुमुखी प्रतिमा के धनी प्रकाश पंत का जन्म 11 नवंबर 1960 को पिथौरागढ़ उत्तराखंड में हुआ था, पंत 1977 में छात्र राजनीति में सक्रिय रहे थे, वर्ष 1988 में वह नगर पालिका परिषद पिथौरागढ़ के सदस्य बने, 1998 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में सदस्य निर्वाचित हुई थे, राज्यगठन के बाद अंतरिम विधानसभा में 2001 में वह उत्तराखंड के प्रथम विधानसभा अध्यक्ष भी रहे, वर्ष 2007 में वह द्वितीय निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री बने, 2012 में वह चुनाव हार गए गए थे, वर्ष 2017 में हुए चुनावों में उन्होंने पिथौरागढ़ से जीत दर्ज की और सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल हुए।