रूद्रप्रयाग अलकनंदा-मंदाकिनी नदी संगमस्थल, संगम बाजार व नगर पालिका क्षेत्र में सफाई अभियान |
रूद्रप्रयाग। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर केदारनाथ यात्रा पडाव-बेस कैम्प, रूद्रा प्वाइंट, बडी लिनचैली, छोटी लिनचैली, भीमबली, जंगलचट्टी, गौरीकुण्ड सहित चार धाम यात्रा में आने वाले 23 कस्बे, समस्त गावों व नगर पालिका क्षेत्रों में वृहद स्वच्छता अभियान चलाया गया। समस्त उपस्थित लोगो को स्वजल विभाग द्वारा स्वच्छ प्र्यावरण हेतु कपडे के थैले वितरित किए गए।
जिला मुख्यालय में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में रूद्रप्रयाग अलकनंदा-मंदाकिनी नदी संगमस्थल, संगम बाजार व नगर पालिका क्षेत्र में सफाई अभियान चलया गया। जिलाधिकारी ने स्वयं सफाई कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। स्वच्छता अभियान में जिलाधिकारी के साथ ही नगरपालिका अध्यक्ष गीता झिंक्वाण, एस पी, डीएफओ, एडीएम, सीएमओ, सीवीओ सहित अन्य अधिकारी, स्कूल बच्चे व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। समस्त गांवो में पटवारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी के माध्यम से स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें ग्राम प्रधान, गांववासी व अन्य जनप्रतिनिधियो ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
रूद्रप्रयाग अलकनंदा-मंदाकिनी नदी संगमस्थल, संगम बाजार व नगर पालिका क्षेत्र में सफाई अभियान |
स्वच्छता अभियान के पश्चात नगरपालिका सभागार में गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सभी वक्ताओं द्वारा पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सुझाव दिए गए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिंक्वाण ने कहा कि वातावरण एक परिवेश है जो पृथ्वी नामक इस ग्रह पर जीवन को विकसित, पोषित होने में मदद करता है। पर्यावरण को कैसे बचाया जाए और इसे सुरक्षित रखने के बारे में जानना चाहिए ताकि इस ग्रह पर जीवन के अस्तित्व को जारी रखने के लिए प्रकृति का संतुलन सुनिश्चित हो सके। केदारनाथ विधानसभा के विधायक मनोज रावत ने कहा हमें प्रकृति, जंगलों सेे प्रेम करना सिखाना होगा। बताया कि 05 जून 1973 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित यह दिवस प्र्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनैतिक और सामाजिक जागृति लाने के लिए मनाया जाता है।
जिलाधिकारी मंगेश घिडियाल ने कहा कि भारत सरकार स्वच्छता को लेकर बहुत गम्भीर है प्रत्येक नगर पालिकाओं, पंचायतों और गांवों में पर्यावरण मित्र रखे गये हैं जिन्हें प्रत्येक घर से कूड़ा उठाना है और जैविक अजैविक कूडे को अलग.अलग कर उसे निस्तारित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि रूद्रप्रयाग नगर पालिका द्वारा ट्राचिंग ग्राउंड में कूडे की छटनी नहीं की जा रही है जबकि काम्पेक्टर मशीन से प्लास्टिक को काम्पैक्ट कर कूडे को बेचा जा सकता है। उन्होंने पर्यावरण मित्रों से प्रत्येक वार्ड की सफाई व्यवस्था की स्थिति भी जानी। डीएफओ मयंक शेखर झा ने कहा कि पर्यावरण कोई एक विषय नहीं है बल्कि हमारे आस.पास के वे सभी चीजे हैं जो हर प्राणी के लिए महत्वपूर्ण हैं लेकिन लगातार कुछ वर्षों से वायु प्रदूषण से सम्पूर्ण जीवन खतरे में है, इसके साथ-साथ फैक्ट्रियों से उठने वाली विषैली गैस और हर साल पहाड़ के जंगलों में लगने वाली आग से न केवल वायु प्रदूषण बढ रहा है बल्कि घटते वन क्षेत्र से जीवन भी खतरे में है। ऐसे में वनारोपण अत्यधिक आवश्यक है कि कैसे हम अपने वनो की रक्षा करे। इसके लिए हम सभी के साझा प्रयास से ही जंगल बच सकते हैं।मुख्य चिकित्साधिकारी एस के झा ने कहा कि अक्सर पढे.लिखे लोग ही खुले में कूड़ा फैलाते देखे जाते है जो कि बेहद शर्मनाक स्थिति है। उन्होंने कहा कि अभी भी लोग स्वच्छता को लेकर गम्भीर नहीं है।