दिवाकर गैरोला/केदारनाथ।
भोले बाबा तेरी महिमा अपरंपार है यात्रा अपने सबसे ज्यादा भीड़ के आखरी चार-पांच दिनों तक सीमित है उसके बाद सब कुछ सामान्य हो जाएगा ना दर्शन की लाइन लगेगी ना जाम की कोई दिक्कत और भीड़तंत्र से आम जनमानस को मुक्ति ,मेरे मायने से इसे बद्री -केदार यात्रा नहीं बल्कि बद्री -केदार मेला का नाम दिया जाना चाहिए महज 29 से 30 दिन चलने वाला यह मेला असुविधाओं का पिटारा लेकर आता है और महज 30 दिन बाद सब कुछ सामान्य ।#चीजे #ढाई #गुनासस्ती हो जाती है। और तब कोई कहने वाला नहीं होता कि #देवभूमि #के #लोग #बडे #दानी है! यहां पर मुझे #मांग और #पूर्ति का नियम लागू होता नजर आता है!
भोले बाबा तेरी महिमा अपरंपार है यात्रा अपने सबसे ज्यादा भीड़ के आखरी चार-पांच दिनों तक सीमित है उसके बाद सब कुछ सामान्य हो जाएगा ना दर्शन की लाइन लगेगी ना जाम की कोई दिक्कत और भीड़तंत्र से आम जनमानस को मुक्ति ,मेरे मायने से इसे बद्री -केदार यात्रा नहीं बल्कि बद्री -केदार मेला का नाम दिया जाना चाहिए महज 29 से 30 दिन चलने वाला यह मेला असुविधाओं का पिटारा लेकर आता है और महज 30 दिन बाद सब कुछ सामान्य ।#चीजे #ढाई #गुनासस्ती हो जाती है। और तब कोई कहने वाला नहीं होता कि #देवभूमि #के #लोग #बडे #दानी है! यहां पर मुझे #मांग और #पूर्ति का नियम लागू होता नजर आता है!
क्यो पढे -लिखे और किस्मत के भरोसे रहने वाले #होशियार #चंन्द ठगे जा रहे है। यहां पर आप आपको नकली #केशर नकली #कस्तूरी नकली #रुद्राक्ष एक मुखी 2 मुखी 3 मुखी 4 मुखी पांच मुखी नकली #शिलाजीत और हिमालय में पाई जाने वाली संजीवनी तक कुछ लोग बेच रहे है ।
#एम #सील और #मैदे से तैयार किया जा रहा है हर रुद्राक्ष, गुड को जलाकर तैयार किया जा रहा है शिलाजीत ,चूहे की खाल और इत्र डालकर तैयार किया जा रहा है कस्तूरीमृग की #कस्तूरी और सबसे बड़ा जो कृत्य किया जा रहा है वह है पेटियों के गत्तो को काट कर तैयार #केशर। स्फटिक जैसी माला सिर्फ ₹50 में मूंगे की माला ₹30 में और रुद्राक्ष की माला ₹60 में जिन्हे खरीद रहे हैं पढ़े लिखे होशियार ।
इसको बेचने वाले महाराष्ट्र का एक गैग है जो 25 से 30 लोगों के झुंड में है पुलिस की नाक के नीचे यह काम सरेआम किया जा रहा है पुलिस प्रशासन मौन है क्योंकि वह भी उसी नकली हीन और शिलाजीत का सेवन कर रहे हैं ।
(आर्टिकल एक पाठक द्वारा दिया गया हैं)