भागवत श्रवण मोक्ष प्राप्ति का साधन- आचार्य

श्रीमद् भागवत कथा का व्याख्यान करते हुए आचार्य रजनीश भट्ट
श्रीमद् भागवत कथा का व्याख्यान करते हुए आचार्य रजनीश भट्ट
(वाचस्पति रयाल/नरेंद्रनगर)
उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्र के आवास पर यहां  विगत 12 मई से प्रारंभ श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा का आज समापन हो गया, उल्लेखनीय है कि यह भागवत कथा उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्र के पिता श्री केदार दत्त मिश्र  की ओर से आयोजित की गई। श्री केदार दत्त मिश्र की 5 संतानों में तीन पुत्रियां और दो पुत्र हैं, बड़ी पुत्री डॉ0 करुणा जोशी डाइट गोचर में प्रवक्ता, युक्ता  मिश्र नरेंद्र नगर में उपजिलाधिकारी ,मुक्ता मिश्र रुद्रपुर में उप जिलाधिकारी, पुत्र मुकुल मिश्र उत्तराखंड ग्रामीण बैंक में प्रबंधक तथा अटल मिश्र भारतीय सेना में अधिकारी के पद पर तैनात है।
श्रीमद् भागवत कथा का व्याख्यान करते हुए आचार्य रजनीश भट्ट ने महाराजा परीक्षित की भक्ति भावना का जिक्र करते हुए कहा कि एक सप्ताह तक भागवत कथा का श्रवण कर महाराजा परीक्षित को मोक्ष प्राप्ति हुई थी। आचार्य ने कहा भागवत सुनने से और प्रभु का स्मरण करने से भक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है और यही भक्ति का मार्ग मोक्ष प्राप्ति के द्वार खोलने में सहायक है।
फोटो-श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में कथा सुनते भक्तजन
फोटो-श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में कथा सुनते भक्तजन

आज अंतिम दिवस सुदामा- श्री कृष्ण मैत्री व चरित्र- चित्रण के सारगर्भित वर्णन से आचार्य ने श्रद्धालुओं को भक्ति भाव से ओतप्रोत कर दिया,  आचार्य रजनीश ने कहा कलयुग में भागवत कथा का श्रवण से उत्पन्न फलों की प्राप्ति होती है,  भागवत कथा में आचार्य रजनीश के सहयोगियों के रूप में पंडित प्रमोद कोठारी, सुंदरलाल सेमवाल, ओम शंकर जोशी, आशीष विजल्वाण आदि थे।

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