शुरू हुई पंचकेदारों की यात्रा, भगवान मदमहेश्वर के भक्तों के लिए खुले कपाट।

भगवान मदमहेश्वर के भक्तों के लिए खुले कपाट
भगवान मदमहेश्वर के भक्तों के लिए खुले कपाट।
रिर्पोट- हरिश चन्द्र, उखीमठ। 
मंगलवार को पंचकेदारो में द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मदमहेश्वर के कपाट देशभर के भक्तों के लिए खोल दिये गये, द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के कपाट खुलते ही पंचकेदारों की यात्रा भी शुरू हो गयी, मंगलवार को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली सुबह गोडार गांव से अपने धाम मदमहेश्वर धाम पहुची, भगवान मदमहेश्वर धाम की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुँचते ही डोली ने भगवान मदमहेश्वर मन्दिर की परिक्रमा कर व पूजा अचर्ना कर व मदमहेश्वर धाम के नियुक्ति हुये पुजारी बागेश लिंग व हक हक्कुधारियो के द्वारा विधि विधान से साढे 11 बजे कपाट खोल दिये गये, इस मौके पर सैकड़ो श्रद्धालु कपाट खुलने के ग्वाह बने। 

भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट खुलने पर श्रद्धालुओं में भारी उत्सह बना है, सैकड़ो श्रद्धालुओं ने भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट खुलते ही दर्शन किये, मदमहेश्वर धाम  के नव  नियुक्ति पुजारी बागेश लिंग का कहना है कि द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर  के कपाट खुलने के बाद पंचकेदारों की यात्रा की अभिलाषा रखने वाले भक्तों की मन्नत पूरी होगी, इस मौके पर महिंद्र रावत, विक्रम सिंह पवार, प्रधान गोडार सुमन देवी, प्रदीप सिंह, अखिलेश, कैलाश पवार, सहित हक्क  हकूकधरि स्थानीय जनता व सैकड़ो श्रद्धालुओं मौजूद थे। 

उत्तराखण्ड़ में मौजूद पंचकेदार-

पंचकेदार (पाँच केदार) हिन्दुओं के पाँच शिव मंदिरों का सामूहिक नाम है। ये मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित हैं। इन मन्दिरों से जुड़ी कुछ किंवदन्तियाँ हैं जिनके अनुसार इन मन्दिरों का निर्माण पाण्डवों ने किया था। 
केदारनाथ- केदारनाथ मंदिर समुद्र तल से ३५८३ मीटर की ऊँचाई पर है।
तुंगनाथ- तुंगनाथ मंदिर समुद्र तल से ३६८० मीटर की ऊँचाई पर है।
रुद्रनाथ- रुद्रनाथ मंदिर समुद्र तल से २२८६ मीटर की ऊंचाई पर है।
मध्यमहेश्वर- मध्यमहेश्वर मंदिर समुद्र तल से ३४९० मीटर की ऊँचाई पर है।
कल्पेश्वर- कल्पेश्वर मंदिर समुद्र तल से २२०० मीटर की ऊँचाई पर है।

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