डीएम मंगेश घिल्डियाल की शादी की 6वीं सालगिरह आज, सोशल मिडिया में बधाईयों का तांता..

डीएम मंगेश घिल्डियाल की शादी की 6वीं सालगिरह
 पहाड़ी खबरनामा ब्यूरो
अपने ठेठ पहाड़ी अन्दाज व प्रशासनिक क्षमताओं के बूते रूद्रप्रयाग जिले की आम जनता के खासे लोकप्रिय डीएम मंगेश घिल्डियाल की शादी की आज 6वीं सालगिरह है, सोशल मिडिया पर इस बात की जानकारी उनके प्रसंशकों को लगते ही बधाईयों का तांता लगा हुआ है, आज से 6 वर्ष पूर्व 21 मई 2013 में रूद्रप्रयाग के वर्तमान डीएम मंगेश घिल्डियाल की शादी ऊषा घिल्डियाल के साथ हुआ था, डीएम मंगेश घिल्डियाल और उषा घिल्डियाल का 5 साल का प्यारा सा बेटा श्रेयस घिल्डियाल है जो कि रूद्रप्रयाग में ही अन्य बच्चों के साथ एक प्राईवेट स्कूल में पढ़ता है, आईये आपको डीएम मंगेश घिल्डियाल के बारे में कुछ ओर जानकारी बताते हैं- 

magesh ghildiyalपहाड़ के युवाओं के लिए एक रोल माॅडल

भारत की सबसे कठिन परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन होना जहाॅ हिन्दुस्तान के करोड़ों युवाओं का सपना होता है, जिसमें निम्न वर्ग, मध्यम व उच्च सभी वर्ग के युवा सम्मलित होते हैं, ऐसे में पहाड़ के आम युवा इस दौड़ में संसाधनों के अभाव में हमेशा पिछड़ जाते हैं, लेकिन आईएएस मंगेश घिल्डियाल पहाड़ के उन लाखों युवाओं के लिए नजीर है, जो बड़ी परिक्षाओं में सिमित संसाधनों व पहाड़ी होने का हवाला देकर अपने को पिछड़ा हुआ मान बैठते हैं, डीएम मंगेश घिल्डियाल की कहानी एक आम पहाड़ी की है, विरासत में संघर्ष, लक्ष्य प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत ओर त्याग की कथा।
डीएम मंगेश घिल्डियाल

आईएएस मंगेश घिल्डियाल का जन्म पौड़ी जिले के धुमाकोट तहसील में पड़ने वाले डांडयू गांव में हुआ, उनकी माता गृहणी ओर पिता प्राइमरी स्कूल में अध्यापक हैं आम पहाड़ी बच्चों की तरह ही मंगेश की प्राइमेरी शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में हुई, माध्यमिक शिक्षा के लिए मंगेश गांव से पांच किमी दूर राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय पटोटिया जाते थे, उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज रामनगर से की और बीएससी राजकीय स्नातकोत्तर रामगनर से किया, बीएससी के बाद एमएससी फिजिक्स डीएसबी कैंपस नैनीताल कुमाऊं यूनिवर्सिटी से किया, उन्होने एसएससी फिजिक्स से किया।
डीएम मंगेश घिल्डियाल

गेट के एग्जाम में सलेक्शन के बाद इंदौर से लेजर साइंस में एमटेक किया, फाइनल इयर 2006 में डीआरडीओ में साइंटिस्ट के रूप में तैनाती हो गई, इसके बाद तो फिर कदम आगे बढ़ते गये और जाॅब के साथ ही सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की, मंगेश का पहली बार में 131वीं रैंक के साथ आईपीएस में सेलेक्शन हुआ, लेकिन ये उनकी मंजिल नही थी, वर्ष 2011 में सिविल सर्विज परिक्षा में देश में 4वीं रैक हासिल की, मंगेश चाहते तो आईएफएस(IFS) बनकर विदेश सेवा में जा सकते थे लेकिन उन्होने अपना कैडर उत्तराखण्ड़ ही चुना, ओर पहाड़ के युवाओं के लिए एक रोल माॅडल ही नही बने बल्कि जनता के बीच भी अपने मिलनसार ओर सादगी भरे स्वभाव के कारण प्रदेश में जनता के सबसे चेहते नौकरशाह बन गये। 
डीएम मंगेश घिल्डियाल

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