रूद्रप्रयाग- प्राथमिक विघालय में फेंका हुआ मिला मतपत्र! ग्रामीणों ने की पुर्नमतदान करवाने की मांग...
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इससे पहले जीता हुआ प्रत्याशी हारने व पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर बिना पड़े मतों को लेकर कई मामले सामने आए लेकिन इस बार सबसे गम्भीर मामला सामने आया है, रूद्रप्रयाग जिले के भूनका ग्राम पंचायत का ग्राम प्रधान का मतपत्र जिसे किसी भी हालत में मतगणना केन्द्र में सुरक्षित पहुचाया जाना था वो प्राथमिक विघालय भुनका के दरवाजे के पीछे पड़ा मिला है, ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर कैसे मतपत्र मतपेटी से बाहर आया, पूरे मामले में ग्रामीणों मे जहां भारी आक्रोश देखा जा रहा है वही रूद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि विकासखण्ड़ में एक के एक सामने आ रहे संदिग्ध मामलों से निष्पक्ष पंचायत चुनाव को लेकर भी सवाल खड़े हो गये हैं। ग्रामीण ग्राम पंचायत के चुनाव में धांधली का अरोप लगा रहे हैं।
दयाल सिंह राणा ने बताया कि स्कूल के छात्र आयुष सिंह राणा को बीते सोमवार को प्राथमिक विघालय भुनका के दरवाजे के पीछे पड़ा मिला, जिसके बाद ये बात पूरे गांव में आग की तरह ये बात फैल गयी, जिसके बाद ग्राम पंचायत मे प्रधान के उम्मीदवार रहे मंजू देवी और दिलवर सिंह समेत गामीणों के साथ डीएम रूद्रप्रयाग के पास मत्रपत्र को लेकर गये, और चुनाव में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए पुर्नमतदान की मांग की, जिसके बाद जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को न्यायालय में जाने की सलाह दी। सोशल मिडिया में ये मतपत्र जमकर वायरल भी हो रहा है, सैकड़ों लोग पंचायत चुनाव में मतदान कर्मियों की निष्पक्षता को लेकर तरह तरह के सवाल उठा रहे हैं, ग्रामीण इन मतपत्र को लेकर डीएम रूद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल से भी मिले और ग्राम पंचायत में पुर्नमतदान करवाने की मांग की।
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| मतपत्र |
अगस्त्यमुनि विकासखण्ड़ में पड़ने वाले भुनका ग्राम पंचायत का पुरा मामला है, भुनका ग्राम पंचायत को राज्य चुनाव आयोग ने अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्र भी घोषित किया था, ऐसे में मतदान कर्मीयों से इतनी बड़ी लापरवाही आखिर कैसे हो गयी, या फिर मतदान कर्मियों ने जानबूझ कुछ ऐसा किया गया है कि लोगों को चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करने का बड़ा मौका मिल गया, बड़ा सवाल यह है कि आखिर मतपत्र कैसे इतने दिनों बाद मतदान केन्द्र भुनका के बाहर गिरा मिला, जबकि नियमानुसार प्रत्येक मतदाता मतदान कर्मियों के सामने ही मतपेटी में अपने मतपत्र को डालता है, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि फिर मतपेटी से आखिर कैसे मतपत्र बाहर आकर केन्द्र में ही गिर गया।

